सारण: छपरा के डीएम ने एक अजब फरमान जारी किया है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है. डीएम 'साहब' ने अपने आदेश में कहा कि जो भी समाहरणालय के कर्मचारी कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाएगा, उसे अगले आदेश तक सैलरी नहीं दी जाएगी.
कोरोना महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप से लोगों को बचाने के लिए सरकार टीकाकरण पर काफी जोर दे रही है, लेकिन अभी भी कई इलाकों में वैक्सीनेशन को लेकर लोगों के मन में डर बना हुआ है और वे वैक्सीन लगवाने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं. छपरा के डीएम ने अपने आदेश में कहा कि जो भी सरकारी कर्मचारी कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाएगा, उसे अगले आदेश तक सैलरी नहीं दी जाएगी.
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छपरा के जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे ने एक आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि सभी सरकारी कर्मचारी जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीन लगवाकर इसकी सूचना कार्यालय में दें. साथ ही कहा गया कि जो लोग कोविड का टीका नहीं लगवाएं, उनका अगले आदेश तक के लिए वेतन रोक दिया जाएगा.
कर्मचारियों की सामने खड़ी हुई समस्या
डीएम के इस आदेश से उन कर्मचारियों के सामने नया संकट खड़ा हो गया, जो 18+ वालों की श्रेणी में आते हैं. 18 से 45 साल के बीच के कर्मचारियों के लिए वैक्सीन का स्लॉट ही खाली नहीं मिल रहा है, ऐसे में वो लोग कहां वैक्सीन लगवाएं यह मुश्किल खड़ी हो गई है. इसके अलावा वो लोग भी परेशान हो रहे हैं, जो हाल ही में संक्रमित होने के बाद स्वस्थ हुए हैं. इन लोगों को डॉक्टर ने एक माह बाद वैक्सीन लगवाने की सलाह दी है.
बता दें कि गर्भवती महिलाओं को भी वैक्सीन नहीं लगवाने की डॉक्टर ने सलाह दी है. इस आदेश से कर्मचारी सीधे तौर पर प्रभावित होंगे. इस मामले में जिला कर्मचारी यूनियन की तरफ से कोई बयान जारी नहीं किया गया है.