सारण: जिले के मढ़ौरा में अपराधियों की ओर से गोलीबारी में शहीद हुए दारोगा मिथिलेश कुमार साह और सिपाही फारूक आलम को छपरा पुलिस लाइन में सलामी दी गई. डीजीपी ने दोनों शहीद पुलिसकर्मियों के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर अंतिम सलामी दी.
श्रद्धांजलि समारोह में बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पाण्डेय, सारण के पुलिस उपमहानिरीक्षक विजय कुमार वर्मा, जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय, अपर पुलिस अधीक्षक रहमत अली, यातायात डीएसपी इंद्रजीत बैठा, डीएसपी मुख्यालय अजय कुमार सिंह सहित सैकड़ों जवान मौजूद रहे.
डीजीपी ने शहीदों की दी श्रद्धांजलि 'एक- एक को चुन-चुनकर मारेंगे'
मौके पर डीजीपी ने कड़े तेवर में कहा कि जो लोग इस मामले में दोषी हैं, सबको चुन-चुनकर मारेंगे. मामले की सीबीआई जांच कराने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये सरकार का काम है. हम अनुशंसा नहीं करेंगे. इस मामले की जांच के लिए हम खुद सक्षम हैं.
'अपराधियों के खिलाफ शंखनाद का वक्त आ गया'
डीजीपी ने पुलिसकर्मियों से अपील करते हुए कहा कि जात-पात से ऊपर उठकर अपराधियों के खिलाफ शंखनाद करने का ये समय है. बिहार की 12 करोड़ जनता को भी इसमें पुलिस का साथ देना होगा. तभी राज्य में अमन चैन स्थापित होगा. उन्होंने कहा कि जिस तरह से अपराधी कायराना हमला कर रहे हैं, उसका बदला हम खुद लेंगे और नतीजा आपके सामने होगा.
लाइसेंस की होगी जांच
गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि हमलोगों ने तय कर लिया है कि सारण सहित पूरे बिहार में जितने भी हथियारों का लाइसेंस बिहार के बाहर जम्मू-कश्मीर और नागालैंड से निर्गत किए गए हैं, सभी की जांच होगी. जो इसका गलत इस्तेमाल कर रहे हैं, सबका लाइसेंस रद्द किया जाएगा. मंगलवार को हुए हमले में लायसेंसी हथियारों का प्रयोग किया गया है.
'अपराधियों को भुगतना होगा नतीजा'
उन्होंने कहा कि एक भी अपराधी को नहीं छोड़ा जाएगा. पुलिस अपना काम कर रही है. उन्होंने इस घटना को अपराधियों की कायराना हरकत बताया. साथ ही कहा कि इसका नतीजा अपराधियों को भुगतना पड़ेगा. कानून क्या चीज है. सिस्टम क्या चीज है. यह सब बातें जल्द ही अब अपराधियों को पता चल जाएंगी.