सारण: देश के महान गणितज्ञ दिवंगत वशिष्ठ नारायण सिंह को शिक्षाविद, बुद्धिजीवी और राजनेताओं की ओर से भारत रत्न देने की मांग की जा रही है. साथ ही उनके नाम पर पटना विश्वविद्यालय और दिल्ली में शोध संस्थान की स्थापना की मांग भी जोर पकड़ने लगी है.
सारण: दिवंगत वशिष्ठ नारायण सिंह को भारत रत्न देने की मांग ने पकड़ा जोर
कुलपति ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय से लेकर अमेरिका के बर्कले विश्वविद्यालय तक अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महान गणितज्ञ अपनी थ्योरी को लेकर दुनिया भर में चर्चा में रहे. वहीं, केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से आज तक एक भी सम्मान न मिलना उपेक्षा दर्शाता है.
गणितज्ञ को भारत रत्न देने की मांग
गौरतलब है कि आइंस्टीन के सापेक्षता सिद्धांत को चुनौती देने वाले विलक्षण प्रतिभा के धनी महान गणितज्ञ को राज्य सरकार की ओर से अभी तक कोई सम्मान नहीं दिया गया है. वहीं, अब मरणोपरांत गणितज्ञ को भारत रत्न देने की मांग जोड़ पकड़ रही है. बता दें कि जय प्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के कुलपति प्रो. डॉ. हरिकेश सिंह ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में कहा कि इतने बड़े शख्सियत को देश का सर्वोच्च सम्मान मिलना उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
'दुनिया भर में चर्चा में रहे गणितज्ञ'
कुलपति ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय से लेकर अमेरिका के बर्कले विश्वविद्यालय तक अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महान गणितज्ञ अपनी थ्योरी को लेकर दुनिया भर में चर्चा में रहे. वहीं, केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से आज तक एक भी सम्मान न मिलना उपेक्षा दर्शाता है. इतना ही नहीं गणितज्ञ को बीमारी में भी कोई देखने नहीं आया और पीएमसीएच में मरणोपरांत उनके शव को एक एम्बुलेंस तक के लिए घंटो इंतजार करना पड़ा. साथ ही उन्होंने कहा कि देर आए-दुरुस्त आए वाली कहावत चरितार्थ साबित हो सकती है, जब उन्हें देश का सबसे बड़ा सम्मान भारत रत्न मिल जाता है. भारत रत्न सम्मान ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी.