सारण: कोरोना वायरस के बढ़ते कहर के कारण देश में इनदिनों हेल्थ आपातकाल की स्थिति हो गई है. ऐसे हालात के लिए पूरा देश पीएम मोदी की अपील पर एकजुट हो चुका है. ऐसे में इस वायरस के निपटने के लिए देश के सरकारी से लेकर कई प्राइवेट विभाग भी मदद के लिए बढ़-चढ़ कर योगदान दे रहा है. इसी क्रम में भारतीय रेलवे ने भी संभावित खतरे को देखते हुए विशेष तैयारियों की है. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के छ्परा कोचिंग यार्ड में 12 स्लीपर और जनरल क्लास के कोचों को आइशोलेशन वार्ड मे बदला जा रहा है.
छपरा रेलवे कोचिंग डिपो में कोचों को आइशोलेशन वार्ड में किया जा रहा तब्दील, 3 कोचों में कार्य पूरा
छपरा रेलवे कोचिंग डिपो में 12 स्लीपर और जनरल क्लास के कोचों को आइशोलेशन वार्ड मे बदला जा रहा है. रेल मंत्रालय ने डीपो को कार्य पूरा करने के लिए 10 अप्रैल तक का समय निर्धारित किया है. तीन कोचों में कार्य पुरा हो चुका है. अन्य कोचों में कार्य युद्धस्तर पर जारी है.
'पूर्वोत्तर रेलवे ने जारी किया है आदेश'
इसको लेकर छ्परा जंक्शन कोचिंग डिपो के सीडीओ ने बताया कि वाराणसी मंडल ने आदेश के तहत 12 स्लीपर और जनरल क्लास के कोचों को आइशोलेशन वार्ड मे बदला जा रहा है. इसमें डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के रहने के लिए भी तैयारी किए जा रहे हैं. एक कोच में दो टॉयलेटस होते हैं. जिसमें से एक टॉयलेट को बाथरूम में तब्दील किया जा रहा है. शौचालयों के नलों को बदला जा रहा है. हर बेड के पास ऑक्सीजन सिलेंडर लगाने और तमाम मेडिकल इक्विपमेंट्स को रखने की व्यवस्था भी की जा रही है.
'10 अप्रैल तक हो जाएगा काम पूरा'
छ्परा जंक्शन कोचिग डिपो के सीडीओ ने बताया कि इस कार्य को पूरा करने के लिए रेल मंत्रालय ने 10 अप्रैल तक का समय निर्धारित किया है. तीन कोचों में कार्य पूरा हो चुका है. अन्य कोचों में कार्य युद्धस्तर पर जारी है. उन्होंने बताया कि जारूरत पड़ने पर आन्य कोचों को भी आदेश के बाद आइसोलेशन वार्ड में तैयार किया जाएगा.