छपरा (सारण) :खोदाईबाग अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाके से पहले 10 मार्च को भागलपुर अवैध पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट के बाद आईबी ने बिहार पुलिस मुख्यालय (Bihar Police Headquarters) को अलर्ट किया था( IB alert for Chapra Blast). इसके बावजूद इस पूरे मामले की पुलिस मुख्यालय ने अनदेखी कर दी, जिसका नतीजा है कि भागलपुर ब्लास्ट के बाद गोपालगंज में भी अवैध पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट हुआ था और अब छपरा में ब्लास्ट हुआ है. कहीं न कहीं इन घटनाओं के पीछे स्थानीय पुलिस के साथ-साथ बिहार पुलिस मुख्यालय की भी निष्क्रियता दिख रही है.इस मामले को लेकर जब etv भारत ने पुलिस मुख्यालय के ADG जितेंद्र सिंह गंगवार से बात करनी चाही तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया. सवाल यह उठ रहा है कि आखिर जवाब कौन देगा ?
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं :इस मामले में स्थानीय पुलिस के साथ-साथ फोरेंसिक दल और बम निरोधक दस्ता भी अपने स्तर से जांच में जुटा है. फोरेंसिक रिपोर्ट से ही विस्फोट के कारणों का खुलासा हो पाएगा. अवैध रूप से पटाखा बनाने के दौरान विस्फोट की छपरा की घटना कोई पहला घटना नहीं है. इससे पहले 4 मार्च 2022 को बिहार के सिल्क सिटी भागलपुर में देर रात एक घर में जोरदार विस्फोट हुआ था. उसमें 6 महीने की बच्ची समेत आठ लोगों की मौत हुई थी. इस हादसे में भी विस्फोट के कारण 2 मंजिला घर गिर गया था, साथ ही आसपास के तीन अन्य घर भी गिर गए थे.उस घर में कथित तौर पर अवैध रूप से पटाखों का निर्माण किया गया था. उस विस्फोट में करीब एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
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