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सारण और नवादा में स्कूल संचालकों ने कैंडल मार्च निकालकर सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन

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Published : Sep 4, 2020, 10:49 PM IST

प्राइवेट स्कूल संचालकों ने कहा कि आज सरकार के स्कूल विरोधी रवैया के कारण कई प्राइवेट स्कूल बंद हो चुके हैं. वहीं कई अन्य बंद होने की कगार पर हैं. कोरोना संक्रमण काल में हम प्राइवेट स्कूल के शिक्षक और संचालक किस तरह से स्कूल का संचालन कर रहे हैं, हम ही जानते हैं.

सारण
सारण

सारण:छपरा में शुक्रवार को प्राइवेट स्कूल संचालकों द्वारा शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर कैंडल मार्च का आयोजन किया गया. इस कैंडल मार्च में छपरा शहर के सभी प्राइवेट स्कूल के संचालक शामिल हुए. नगर पालिका चौक पर सरकार के स्कूल विरोधी फैसले के खिलाफ विरोध स्वरूप कैंडल जलाकर स्कूल संचालकों ने अपना विरोध दर्ज कराया.

मौके पर प्राइवेट स्कूल संचालकों ने कहा कि आज सरकार के स्कूल विरोधी रवैया के कारण कई प्राइवेट स्कूल बंद हो चुके हैं. वहीं कई अन्य बंद होने की कगार पर हैं. कोरोना संक्रमण काल में हम प्राइवेट स्कूल के शिक्षक और संचालक किस तरह से स्कूल का संचालन कर रहे हैं, हम ही जानते हैं. साथ ही शिक्षकों ने कहा कि सरकार द्वारा टैक्स माफी की बात कही गयी थी. लेकिन इसमें भी हमें अभी तक कोई भी रियायत नहीं मिली है.

सारण में स्कूल संचालकों का कैंडल मार्च

'किसी के बहकावे में न आएं अभिभावक'
प्रदर्शनरत शिक्षकों ने आगे कहा कि इन दिनों हम आर्थिक मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. इसके बाद भी हम लगातार बच्चों को पढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि उनका भविष्य न खराब हो. वहीं हम सभी अभिभावकों से अनुरोध करते हैं कि वो किसी के बहकावे में न आकर स्कूलों के संपर्क में बने रहे.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

रजौली में शाम 6 बजे जलाया गया कैंडल
वहीं नवादा जिले के रजौली में भी शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वाधान में कैंडल मार्च का आयोजन किया गया. इसका नेतृत्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद समाइल अहमद एवं प्राइवे स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन नवादा के अध्यक्ष प्रोफेसर विजय कुमार ने किया. बता दें कि रजौली अनुमंडल में स्थित साउथ सिटी इंटरनेशनल स्कूल रजौली में शाम 6 बजे कैंडल जलाया गया.

नवादा में स्कूल संचालकों का कैंडल मार्च

शिक्षकों की 4 सूत्री मांग
प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन और सभी निजी विद्यालयों ने कैंडल मार्च के दौरान सरकार के सामने 4 सूत्री मांग रखी. जिनमें संगठन द्वारा सत्र-2016-17 से सत्र 2019-20 तक की बकाया प्रतिपूर्ति राशि का भुगतान, सभी निजी विद्यालयों को क्षतिपूर्ति हेतु दो-दो लाख रुपया प्रदान करने, निजी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक व शिक्षकोत्तर कर्मचारियों को कम से कम कोरोना काल में प्रति कर्मचारी 25 हजार प्रदान करने और कोरोना से बचाव हेतु मार्गदर्शन देते हुए निजी विद्यालयों को यथाशीघ्र खुलवाने का मांग किया है.

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