सारण (छपरा) : विश्व ऑटिज्म दिवस के अवसर पर भारत स्काउट और गाइड सारण के स्वयं सेवकों के द्वारा एक जागरुकता रैली निकाली गई. अपर समाहर्ता सारण डॉ. गगन, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ज्ञानेश्वर प्रकाश, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (समग्र शिक्षा) राजन गिरी के द्वारा निकाली गई. अपर समाहर्ता सारण डॉ. गगन ने बताया कि ऑटिज्म यानि कि स्वपरायन्ता एक न्यूरोडेवलपमेंट विकार है. जो एक प्रकार की विकलांगता की श्रेणी में आता है. इस प्रभाव को कम किया जा सकता है.
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कम हो सकते हैं ऑटिज्म के प्रभाव
ऑटिज्म के कारण बच्चों में संज्ञा, भावनात्मक, सामाजिक, व्यक्तिगत और संप्रेषण विकास प्रभावित होता है. बच्चे अपने आप में खोया-खोया सा रहता है. ऐसे बच्चों में शीघ्र पहचान कर प्रभाव को कम किया जा सकता है.