सारण:बिहार के सारण में अधिकारियों के मनमाने रवैये (Arbitrary Attitude of officers in Saran) से लोगों में नाराजगी है. जिले के गरखा प्रखंड मुख्यालय के कई कार्यालयों में दिन के 11 बजे तक ताला लटका रहता है. ऑफिस में कर्मचारी नहीं दिखते हैं. प्रखंड के विभिन्न पंचायत से ग्रामीण अपने कार्य को लेकर गरखा प्रखंड मुख्यालय पहुंचे हुए थे. लेकिन ग्यारह बजे तक कार्यालय से कर्मचारी नदारद थे. सभी काउंटर जैसे- राशन कार्ड, वृद्धा पेंशन, सामाजिक सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, जैसे अन्य महत्वपूर्ण काउंटर बंद थे.
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अधिकारी कार्यालय में देर से आते हैं:अंचल कार्यालय में कई कार्यालय बंद मिले. अंचल कार्यालय में लगे बेसिन में भी कर्मचारी पान, गुटखा और तंबाकू खाकर थूक दिए थे. देखने में लग रहा था कि उसे कभी भी साफ-सफाई नहीं कराया जाता है. समेकित बाल विकास परियोजना कार्यालय में भी कर्मचारी नदारद थे, हालांकि यह कार्यालय ससमय खुल चुका था लेकिन कार्यालय में सीडीपीओ अनुप्रिया सिंह (CDPO Anupriya Singh) मौजूद नहीं थीं.
'मैने निरीक्षण किया मुझे हर जगहअराजकता की स्थिति मिली, धूल-धक्कड़ मिला. प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल पदाधिकारी दोनों गायब थे. सीडीपोओ भी गायब थीं और CMO साहब भी गायब थे. चारों तरफ खिड़की दरवाजे बंद मिले. कार्य संस्कृति इतनी खराब है कि हम चर्चा क्या करें. देखिए बूढ़े व्यक्ति चार महीने से दौड़ रहे हैं. राशन कार्ड नहीं बन रहा है. गरीबों की सुनने वाला कोई नहीं है.'- डॉ सुरेंद्र प्रसाद सिंह ज्ञानेश्वर, स्थानीय