सारण: प्रखंड के पांच गांवों को टोपोलैंड घोषित किये जाने से नाराज सैकड़ों किसानों ने कुआरी राम जानकी मंदिर परिसर के पास सरकार के खिलाफ विरोध प्रर्दशन किया. साथ ही किसानों ने फैसला वापस नहीं लेने पर वोट बहिष्कार करने की भी चेतावनी दी.
सरकारी योजनाओं का नहीं मिल रहा लाभ
मंगलवार को किसानों ने नरेंद्र सिंह उर्फ भगत सिंह की अध्यक्षता में एक बैठक की. विरोध प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों किसानों ने बताया कि जिला प्रशासन ने धर्मपुर जाफर, कुआरी, परशुरामपुर, डबर छपरा, शाहपुर तथा मकसूदपुर गांव के लगभग 15 सौ एकड़ जमीन को टोपोलैंड की सूचि डाल दिया गया है. इससे यहां हम सभी किसानों को जमीन के बावजूद कृषि संबंधित किसी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है.
सरकार का रवैया नकारात्मक
किसानों का आरोप है कि अंचल कार्यालय न तो जमीन की रसीद काट रही है न ही एलपीसी जारी कर रही. इस कारण सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा. किसान आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. हमेशा बाढ़, सुखाड़ झेलने से यहां के किसान लगातार पैदावार में जोखिम उठा रहे हैं. इसके बावजूद सरकार का रवैया नकारात्मक है. यहां तक कि जनप्रतिनिधि भी इन समस्याओं से बेपरवाह है.
फैसला वापस होने तक विरोध जारी
किसानों ने कहा कि जबतक सरकार कोई फैसला नहीं लेती तबतक इसका विरोध जारी रहेगा. इधर भाजपा नेता प्रियरंजन सिंह युवराज ने मौके पर पहुंच कर नाराज किसानों को समझा बुझा कर शांत कराने की कोशिश की. साथ ही उन्होंने समस्या को दूर करने का आश्वासन भी दिया.