सारण: लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर सरकार की तरफ से गाइड लाइन जारी करने के खिलाफ लोगों में काफी आक्रोश है. लोगों का कहना है कि जब कोरोना काल में विधानसभा चुनाव हो सकता है तो हम घाट पर क्यों नहीं जा सकते. स्थानीय लोगों ने कहा कि सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए किसी भी कीमत पर वो घाट पर ही छठ पर्व मनाएंगे.
सारण: छठ पर्व पर जारी गाइडलाइन के खिलाफ लोगों में आक्रोश - सारण
लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर सरकार की तरफ से गाइड लाइन जारी करने के खिलाफ लोगों में काफी आक्रोश है. लोगों का कहना है कि जब कोरोना काल में विधानसभा चुनाव हो सकता है तो हम घाट पर क्यों नहीं जा सकते.
स्थानीय लोगों के अनुसार, विधानसभा चुनाव के दौरान इतनी बड़ी-बड़ी मीटिंग हुई और मतदान हुआ. जिसमें सरकार ने कोई विशेष गाइडलाइन जारी नहीं की. लेकिन लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर सरकार ने जो गाइडलाइन जारी किया है, वह काफी जनविरोधी है. इसको लेकर स्थानीय नागरिकों में काफी आक्रोश है. लोगों ने कहा कि मतदान के बाद मतगणना हॉल में भी कोई रोक-टोक नहीं हुआ. चुनाव कराने के लिए राज्य सरकार ने कोई विशेष गाइडलाइन जारी नहीं किया था. लेकिन छठ पूजा को लेकर राज्य सरकार ने अब एक नया गाइडलाइन जारी किया है.
घर की छतों से ही अर्घ्य देने की अपील
वहीं छठ पर्व पर जारी नए दिशा निर्देश पर लोगों ने कहा कि छठ पर्व हम लोग घाट पर ही करेंगे. वहीं जिला प्रशासन ने कहा है कि 60 वर्ष के ऊपर के लोग और 10 वर्ष के नीचे के लोग छठ घाट पर जाने से बचें. साथ ही लोगों से अपने घरों के छतों से ही भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने और शांति-सद्भाव के साथ छठ का पर्व मनाने की अपील की है. वहीं जिलाधिकारी ने मंगलवार को एक बैठक कर शांति और सद्भाव से छठ मनाने और सरकार की गाइडलाइन को पूरी तरह से पालन करने का निर्देश दिया है.