समस्तीपुर :बिहार के समस्तीपुर में पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि जल संसाधन विभाग कमाने का सबसे बढ़िया जरिया है. सत्ताधारी दल हमेशा इसे अपने पास रखता है. बिहार के ज्यादातर जगहों पर जल संसाधन विभाग है, जिसे सफेद हाथी कहते हैं. उसका काम ही यही है कि बाढ़ में पैसा कमाओ, सुखाड़ में पैसा कमाओ और दोनों से जब न हो तो जल जमाव से पैसा कमाओ. बिहार में जल प्रबंधन विभाग नहीं है, जल कुप्रबंधन विभाग है. बिहार की 50 प्रतिशत जमीन बाढ़ से प्रभावित है और बची 50 प्रतिशत जमीन या तो सुखाड़ या फिर जल जमाव से प्रभावित है.
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'जल संसाधन लूट वाला विभाग' : प्रशांत किशोर ने कहा कि सिवान से पहले जल जमाव के बजाय नदियों के बहाव में परिवर्तन की समस्या है. बिहार में जल संसाधन विभाग लूटने का सबसे बढ़िया विभाग है. यह विभाग बाढ़ और सुखाड़ के नाम पर लूट मचाती है. इसलिए हसनपुर में अगर जलसंसाधन विभाग का कार्यालय आ भी जाएगा तो हाल वहीं रहेगा. दरअसल, जिले के के हसनपुर प्रखंड में जन सुराज सूत्रधार प्रशांत किशोर ने पदयात्रा के दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला.
"जल संसाधन विभाग विभाग लूटने का सबसे बढ़िया विभाग है. रोड में अगर चोरी करिएगा तो लोगों को दिखेगा. लेकिन जल संसाधन ऐसा विभाग है जहां बाढ़ आया, बाढ़ के नाम पर हजारों करोड़ रुपये की लूट हो गई. आपने बताया दिया कि सारा काम बाढ़ में बह गया. अगले साल फिर बाढ़ के नाम पर लूट होगी. जल संसाधन विभाग लूट का फुलप्रूफ डिपार्टमेंट है."-प्रशांत किशोर, संयोजक, जन सुराज
सरकार का इंजन ही फेल :प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार में इंजन नीतीश कुमार ही थे और वह पूरी तरह से फेल हैं. इसलिए जब इंजन ही फेल है तो सब डिब्बा फेल ही रहेगा. यहां जल जमाव की समस्या है और अगर यहां कोई योजना आई और उसका कार्यालय खुला और फिर वह यहां से कहीं और चला गया. इस कारण यहां जल जमाव हो रहा है. तब तो उस पर चर्चा की जाए. जहां कार्यालय खुला है वहां भी तो वही हाल है. यह जल संसाधन विभाग का काम ही है पैसा कमाओ और लूट मचाओ.