समस्तीपुर: जिले के दोनों लोकसभा सीटों पर चौथे चरण में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान समाप्त हुआ. एक तरफ जहां सियासत के कई बड़े दिगज्जों की किस्मत ईवीएम में कैद हुई. वहीं, आयोग और प्रशासन का मत प्रतिशत बढ़ाने का हर प्रयास धरातल पर फेल नजर आया.
पिछले चुनाव के मुकाबले मत प्रतिशत में कोई खास बढ़ोतरी नहीं दिखी. वैसे जिले में पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से मतदान हुआ. किसी भी प्रकार की कोई घटना सुनने में नहीं आई है.
जागरुकता कार्यक्रम रहा फिसड्डी
अपनी मांगों को लेकर हजारों मतदाताओं ने इस लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा नहीं लिया. लेकिन लोकसभा का यह चुनाव जिला प्रशासन के लिए भी कई सवाल छोड़ गया है. दरअसल, लाख कोशिशों के बाद भी मतों का प्रतिशत फिसड्डी साबित हुआ. हालंकि चुनाव के दौरान मतदाताओं में कहीं उत्साह तो कहीं गुस्सा देखने को मिला.
समस्तीपुर कॉलेज में रखे गए ईवीएम
बता दें कि उजियारपुर की जंग में बीजेपी के दिगज्ज नित्यानंद राय हो या फिर रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा, समस्तीपुर सुरक्षित सीट से लोजपा के रामचंद्र पासवान हो या फिर कांग्रेस के दिगज्ज अशोक कुमार. चौथे चरण की जंग में इन महारथियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है. गौरतलब है कि समस्तीपुर सुरक्षित व उजियारपुर के 3300 मतदान केंद्रों पर हुए मतदान के सभी ईवीएम समस्तीपुर कॉलेज में रखे गए हैं.