समस्तीपुर:कोरोना वायरस से बचाव को लेकर जारी देशव्यापी लॉकडाउन के कारण सभी उद्योग और कारखाने बंद पड़े हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में लोग घर बैठकर रोजगार कर रहे हैं. रोसरा शहर के मिर्जापुर गांव स्थित एक जीविका समूह की ओर से लॉकडाउन में बेरोजगार बैठी ग्रामीण महिलाओं को बांस से कई बेहतर सामान बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है. बांस के कई बेहतर सामान बनाने को लेकर जीविका समूह को बिहार सरकार के मंत्री और कई अधिकारियों सम्मानित कर चुके हैं.
जीविका दीदी दे रही रोजगार की ट्रेनिंग
जीविका दीदियों की ओर से बांस से बनाए गए सामान देश के विभिन्न हिस्सों में भेजे जा रहे हैं. लाॅकडाउन में महिलाएं इस ट्रेनिंग का खूब फायदा उठा रही हैं. जानकारी देते हुए महिलाओं ने बताया कि यहां पर कई बेहतर सामान बनाने की कला सिखाई जा रही है. ऐसे में यह रोजगार परिवार के भरण-पोषण में कारगर साबित होगा. इस रोजगार से जुड़कर सभी महिलाओं की आस-पास के गांवों में चर्चा हो रही है.
लॉकडाउन में जीविका दीदीओं की विशेष पहल, बेरोजगार महिलाओं को दे रही ट्रेनिंग
लॉकडाउन का असर सभी उद्योग धंधों पर साफ दिख रहा है. इसकी वजह से लोगों के सामने नौकरी की बड़ी समस्या दिख रही है. ऐसे में जीविका दीदी की ओर से लोगों को प्रशिक्षण देकर कुटीर उद्योग से जोड़ने की पहल की गई है.
जीविका दीदीओं की अनुठी पहल
कुटीर उद्योग से जोड़ने की पहल
बता दें कि लॉकडाउन का असर सभी उद्योग धंधों पर अब साफ दिख रहा है. लॉकडाउन के कारण लोगों के सामने नौकरी की एक बड़ी समस्या दिख रही है. ऐसे में जीविका दीदी की ओर से लोगों को प्रशिक्षण देकर कुटीर उद्योग से जोड़ने की यह पहल काफी सराहनीय है.साथ ही लोगों को आर्थिक मंदी से निकलने में कारगर साबित होगी.