समस्तीपुर: जिले के निबंधन कार्यालय में बिना जमाबंदी के जमीन रजिस्ट्री पर लगी रोक का असर साफ दिखने लगा है. जहां एक दिन में 20 से अधिक रजिस्ट्री होती थी, वहीं अब महज दो से तीन रजिस्ट्री ही होती है. इससे जुड़े दैनिक कर्मचारी और वेंडरों के सामने रोजी-रोटी की समस्या शुरू हो गई है.
जमीन रजिस्ट्री के नए नियम से बढ़ी परेशानी, स्टांप वेंडर और कातिब हो रहे बेरोजगार
समस्तीपुर निबंधन कार्यालय में कुछ दिनों से सन्नाटा पसरा है. भूमि संबंधी गड़बड़ियों पर लगाम लगाने के लिए राज्य सरकार के नए नियम बनाए हैं. इससे स्टांप वेंडर और कातिब पूरी तरह बेरोजगार हो गए हैं.
स्टांप वेंडर और कातिब हो गए बेरोजगार
निबंधन कार्यालय में कुछ दिनों से सन्नाटा पसरा है. भूमि संबंधी गड़बड़ियों पर लगाम लगाने के लिए राज्य सरकार के नए नियम बनाए हैं. जिसके बाद यहां के हालात पूरी तरह से बदल गए हैं. इससे स्टांप वेंडर और कातिब पूरी तरह बेरोजगार हो गए हैं. पहले जहां रजिस्ट्री करवाने वालो की भीड़ लगी होती थी अब वहां कुछ लोग ही पहुंच रहे हैं.
फर्जीवाड़े पर लगेगा लगाम
इससे जुड़े लोग सरकार के इस नियम का विरोध नहीं कर रहे हैं. लेकिन इनका आरोप है कि नई व्यवस्था लागू करने से पहले वक्त देने की जरूरत थी. रजिस्ट्री ऑफिस के रजिस्टार ने कहा कि इसका असर रजिस्ट्री और उनसे जुड़े लोगों पर पड़ रहा है. नए नियम में जिसके नाम पर जमाबंदी नहीं होगी वह जमीन नहीं बेच पाएगा. जिससे फर्जीवाड़े पर लगाम लगेगा.