समस्तीपुर: जिले में गत वर्ष लगभग 2 करोड़ की लागत से चार चलंत शौचालय खरीदा गया था. लेकिन अब इन चलंत शौचालयों का एक कदम भी चलना काफी मुश्किल है. दरअसल नगर परिषद की उदासीनता के चलते यह चलंत न होकर स्थिर खड़ा है.
कबाड़ बन चुका है शौचालय
विभाग ने इसे स्वछता और लोगों की सुविधा के लिए खरीदा जरूर लेकिन नगर परिषद ने इसे सरकारी बस स्टैंड पर रखकर कबाड़ बना दिया. सरकारी उदासीनता के कारण ये चलंत शौचालय अब कबाड़ बन चुका है. स्थानीय लोगों का कहना है कि ये यदा-कदा ही उपयोग में लाए जाते हैं. इतने अहम उपकरण विभागीय लापरवाही के कारण धूप और बारिश में खड़ा-खड़ा खराब हो रहा हैं. अगर कुछ दिनों तक इन चलंत शौचालयों को उपयोग में नहीं लाया गया तो हो सकता है यह एक भी कदम चलने लायक न रहे.
कबाड़ बन चुका है चलंत शौचालय मंहगे पार्ट-पुर्जे धीरे-धीरे गायब
इस मामले पर सामाजिक कार्यकर्ता मणिकांत सिंह का कहना है कि नगर परिषद की ओर से इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता है. जिससे गरीब लोग खासकर महिलायें, किशोरी और बच्चे जिनके पास अपना शौचालय नहीं उन्हें काफी परेशानी का सामना करना परता है. विभागीय लापरवाही के चलते इन चलंत शौचालय के मंहगे पार्ट-पुर्जे धीरे-धीरे गायब होते जा रहे हैं.
उपयोग में है शौचालय- कार्यपालक पदाधिकारी
वहीं, इस मामले पर नप के कार्यपालक पदाधिकारी रजनीश कुमार का कहना है कि चलंत शौचालय उपयोग में हैं. हाल के लोकसभा चुनाव में इसको उपयोग में लाया गया था. समय-समय पर इन चलंत शौचालयों को सरकारी उपयोग में लाया जाता है. हालांकि, पदाधिकारी की बात कहीं से भी सही नहीं जान पड़ती है.