समस्तीपुरःसूबे में अपराधियों का तांडव (Crime In Bihar) जारी है. समस्तीपुर जिले के अलग-अगल थाना क्षेत्रों में अपराधियों ने 24 घंटे के भीतर एक के बाद एक तीन लोगों की गोली मारकर हत्या (3 Person Shot Dead) कर दी. इन हत्याओं के बाद इलाके में दहशत का माहौल है. लोग जहां डर के साये में जी रहे हैं, वहीं पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे हैं.
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मिली जानकारी के अनुसार पहली घटना बिथान थाना क्षेत्र के बनभौरा गांव की है, जहां महज 10 रूपये को लेकर 17 साल के युवक को मौत की नींद सुला दिया गया. बताया जाता है कि मृतक सिकिल यादव नाव चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था.
इसी क्रम में नाव से नदी पार कराने के बाद जब उसने रणवीर यादव और उसके भाई अनिल यादव से किराया मांगा तो दोनों उससे भिड़ गए और गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. बता दें कि नाव का भाड़ा महज 10 रुपये ही होता था.
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दूसरी घटना दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के एनएच-28 की है, जहां तीन बाइक पर सवार छह की संख्या में पहुंचे हथियारबंद बदमाशों ने सुधा मिल्क पार्लर के संचालक को लूटपाट के दौरान सिर में दो गोली मार दी. वहीं, भागने के दौरान मिल्क पार्लर के कर्मी सह गाड़ी चालक पप्पू कुमार को भी बदमाशों ने सीने में गोली मार दी. पार्लर संचालक की जहां मौके पर ही मौत हो गई, वहीं कर्मचारी पप्पू ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया.
मृतक की पहचान उजियारपुर थाना क्षेत्र के पचपैका गांव निवासी सुधा मिल्क पार्लर के संचालक स्व.रामचन्द्र राय के बेटे सुनील कुमार राय (40) और कर्मी की पहचान चकनवादा वार्ड संख्या पांच निवासी मोती मियां के पुत्र पप्पू कुमार (45) के रूप में हुई है. लूट की राशि का खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन परिजनों ने बताया कि बीते कई दिनों की कुल कमाई करीब 10 लाख रुपये अपराधियों ने लूटे हैं.
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बिहार में सुशासनी सरकार के दावे तो हर रोज हो रहे हैं, लेकिन हकीकत यही है कि अपराधियों में अब कानून का भय ही नहीं है. इसका मिसाल ये घटनाएं हैं. ऐसे में जरूरत है क्राइम कंट्रोल को लेकर ठोस रणनीति की, जिससे कि किसी भी घटना को अंजाम देने से पहले एक बार नहीं कई बार सोचे.