समस्तीपुर:नेपाल और बिहार के सीमावर्ती इलाके में हो रही भारी बारिश के चलते नेपाल से आने वाली नदियां उफनाई हुईं हैं. बूढ़ी गंडक और बागमती नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. इसके चलते समस्तीपुर जिले पर भी बाढ़ (Flood) का खतरा मंडरा रहा है.
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समस्तीपुर शहर के करीब से गुजरने वाली बूढ़ी गंडक नदी खतरे के निशान से काफी ऊपर है. बूढ़ी गंडक नदी के रौद्र रूप के चलते जिला मुख्यालय पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. समस्तीपुर रेल पुल के करीब बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान 45.73 से कई सेंटीमीटर ऊपर है. आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार जलस्तर में तेजी से इजाफा हो रहा है.
बूढ़ी गंडक नदी के उफनाने से लोग डरे हुए हैं. रेन कट और टूटे तटबंध के पास रहने वाले लोग अधिक खतरे में हैं. रोसड़ा में भी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. दूसरी ओर बागमती नदी के जलस्तर में भी तेजी से इजाफा हो रहा है. हायाघाट में यह खतरे के निशान से करीब तीन सेंटीमीटर ऊपर है.
बूढ़ी गंडक का जलस्तर बढ़ने के चलते नदी की पेटी में बसे लोगों के घर पानी में डूब गए हैं. सैकड़ों लोगों ने बांध पर शरण ली है. जलस्तर बढ़ने से समस्तीपुर और रोसड़ा रेलवे पुल पर भी दबाव बन रहा है. 2020 में बूढ़ी गंडक का जलस्तर 21 जुलाई को खतरे के निशान के पार गया था. इस साल नदी के जलस्तर ने 6 जुलाई को ही खतरे के निशान को पार कर लिया.
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