समस्तीपुर: पिछले 19 दिन से समस्तीपुर-दरभंगा रेल रूट पर बागमती और गंडक नदी का पानी हटने का नाम नहीं ले रहा है. आलम ये है कि हायाघाट में बागमती अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक नदी भी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है.
बाढ़ का कहर: समस्तीपुर-दरभंगा रेल खंड पर 19 दिन से परिचालन ठप
बागमती और बूढ़ी गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण गंडक पर बने पुराने पुल के पायों को मोटे लोहे के गाडर के जरिए नुकसान से बचाने का प्रयास किया जा रहा है. वैसे इस रेलखंड के पुल और ट्रैक सुरक्षा के मद्देनजर रेल डिवीजन लगातार समीक्षा कर रहा है.
बागमती और बूढ़ी गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण गंडक पर बने पुराने पुल के पायों को मोटे लोहे के गाडर के जरिए नुकसान से बचाने का प्रयास किया जा रहा है. वैसे इस रेलखंड के पुल और ट्रैक सुरक्षा के मद्देनजर रेल डिवीजन लगातार समीक्षा कर रहा है. हालांकि, गंडक और बागमती के बढ़ते जलस्तर में पिछले चौबीस घंटों में थोड़ी कमी दर्ज की गई है.
खतरे के निशान के ऊपर जलस्तर
बता दें कि बुधवार शाम को हायाघाट रेलवे पुल के पास बागमती का जलस्तर 48.62 रिकॉर्ड किया गया है. वहीं समस्तीपुर में गंडक का जलस्तर 46.95 सेंटीमीटर दर्ज किया गया है. हालांकि चिंताजनक बात है कि दोनों जगह अभी भी पानी खतरे के निशान से काफी ऊपर है.