समस्तीपुरः एक बड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार बिहार विधानसभा चुनाव से पहले रामेश्वर जूट मिल का ताला जरूर खुला. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर कब तक यह ताला खुला रहेगा. दरअसल अब तक करीब 20 बार से ज्यादा बंद हुए इस मिल का इतिहास कुछ ऐसा है कि मजदूर भी संसय में हैं कि कहीं यह फिर कोई चुनावी छलावा तो नहीं है.
रामेश्वर जूट मिल का खुला ताला
करीब 3 वर्षों के बाद उत्तर बिहार का गौरव माने जाने वाले रामेश्वर जूट मिल का भोंपू बज गया. मिल के अंदर साफ-सफाई व मशीनों को दुरूस्त करने का काम भी शुरू हो गया. उम्मीद अब इस बात का है कि अगले बीस से पच्चीस दिनों के अंदर यहां पहले की तरह काम भी शुरू हो जायेगा. वैसे इन खुशियों के बीच यहां काम करने वाले मजदूरों के अंदर कई सवाल भी है.
20 से ज्यादा बार हो चुका है मिल बंद
दरअसल इस मिल के खुलने व बंद होने का इतिहास यह है की अपने स्थापना के बाद से अब तक यह मिल 20 बार से ज्यादा बंद हो चुका है. समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र व कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इस मिल का चुनाव से पहले खुलने का भी अपना ही इतिहास है.