समस्तीपुर: जिले में बीते कई दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. तटबंधों पर जगह-जगह बन रहे रेनकट से बांध के क्षतिग्रस्त होने का खतरा भी बढ़ गया है. इस बाढ़ के खतरे को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ने जिलाधिकारी को निर्देश जारी किया है. उन्होंने कहा है कि तटबंधों की सुरक्षा को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए.
समस्तीपुर: बारिश ने बढ़ाए तटबंध पर रेनकट, मंडराने लगा बाढ़ का खतरा - बारिश के कारण बाढ़ का खतरा
समस्तीपुर जिले में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश ने बाढ़ का खतरा बढ़ा दिया है. बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे तटबंधों पर रेन कट बनता जा रहा है. इस बारिश ने प्रशासन की समस्या को बढ़ा दी है. इस समस्या को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ने जिलाधिकारी को निर्देश जारी किया है.
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बाढ़ की संभावना बढ़ी
बाढ़ जूझते जिले में वैसे तो भारी बारिश से सूखे की संभावना कम है, लेकिन अब बाढ़ की आशंका जरूर बढ़ गई है. जिले में गंडक, बागमती समेत कई नदियों में बढ़ते जलस्तर और भारी बारिश की वजहों से तटबंधों पर रेन कट बनता जा रहा है. यह रेन कट पूर्व में हुए बाढ़ के कई विभीषिका का याद दिला रहा है. दरअसल कुछ इसी तरह के रेन कट के कारण जिले में बागमती ने वर्ष 1987, 2000, 2002, 2004 और वर्ष 2007 में कल्याणपुर, वारिसनगर, खानपुर समेत कई ब्लॉक में बाढ़ का वजह बना.
बांध पर पड़ रही दरार
शहर के करीब से गुजरती गंडक नदी में भी रेन कट के वजह से 2004 व 2007 में तटबंध टूट गए थे. वहीं एक बार फिर जिले में मानसून मेहरबान है. बीते कई दिनों से रुक- रुककर भारी बारिश के कारण बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. इसके वजह से इन तटबंधों के बांध पर दरार व रेन कट होने लगी है.