समस्तीपुर:पूर्व सांसद रामचंद्र पासवान के निधन से खाली हुए समस्तीपुर सुरक्षित लोकसभा सीट पर 21 अक्टूबर को उपचुनाव होना है. प्रशासनिक तैयारियों के साथ यहां सियासी सरगर्मी भी बढ़ गई है. ये सीट बिहार की सियासत में बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है.
कर्पूरी ठाकुर की जन्मभूमि और कर्मभूमि रही इस सीट पर जीत और हार के मायने अलग ही रहे हैं, वैसे अब यह सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है. इस लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा सीट है.
- समस्तीपुर
- रोसड़ा
- वारिसनगर
- कल्याणपुर
- हायाघाट
- कुशेश्वरस्थान
खास बात यह है कि इस लोकसभा क्षेत्र में आने वाले दो विधानसाभा क्षेत्र हायाघाट और कुशेश्वरस्थान दरभंगा जिले में आता है.
समस्तीपुर कलेक्ट्रेट ऑफिस इस लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या:
- कुल मतदाताओं की संख्या:12,04, 346
- जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या: 6,40,875
- महिला मतदाताओं की संख्या: 5,63, 443
वहीं, अगर समस्तीपुर लोकसभा सीट के सियासी सफर पर गौर करें तो इसी वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में एलजेपी के दिवंगत नेता रामचंद्र पासवान ने अपने विरोधी कांग्रेस के उम्मीदवार अशोक राम को ढाई लाख से अधिक मतों से पराजित किया था.
क्या कहते हैं राजनीतिक विशेषज्ञ
दरअसल, 2019 के चुनाव में इस सीट पर 60.34 फीसदी मतदान हुआ था, जो 2014 के तुलना में 5.45 फीसदी का इजाफा था. वैसे सीट को लेकर राजनीतिक विशेषज्ञ का मानना है कि यह जिला मताधिकार को लेकर शुरू से जागरूक रहा है. हालांकि उपचुनाव में कई फैक्टर काम करते हैं. वैसे इस सीट पर एनडीए का कब्जा है. पूर्व सांसद के असमय निधन के बाद सहानुभूति वोट भी एनडीए के पक्ष में हो सकता है.
ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट उपचुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारियां:
- 30 सितंबर को होगा प्रत्याशियों का नामांकन
- 3 अक्टूबर तक नाम वापसी की अंतिम तारीख
- 21 अक्टूबर को मतदान की तारीख
- वोटिंग के लिए 1700 मतदान केंद्र का होगा निर्माण
- 24 अक्टूबर को मतगणना