समस्तीपुरःबिहार के समस्तीपुर जिले से एक मार्मिक वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें एक माता-पिता अपने मृत बेटे की लाश को अस्पताल से लाने के लिए लोगों से भीख मांगते दिख रहे हैं. दरअसल इन्हें अपने बेटे का शव सदर अस्पताल से लेने के लिए कुछ रकम जमा करनी थी. हॉस्पिटल के पोस्टमार्टम कर्मी ने इनसे 50 हजार रुपये की डिमांड (Post mortem Worker Asked 50 Thousand For Dead Body) की थी. वीडियो वायरल होने के बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इस मामले में 24 घंटे में CMHO से पूरी रिपोर्ट मांगी है. समस्तीपुर डीएम योगेंद्र सिंह ने सिविल सर्जन को तत्काल कार्रवाई का आदेश दिए हैं.
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25 मई से घर से लापता था युवकःदरअसल, ताजपुर थाना क्षेत्र के कस्बे आहर गांव निवासी महेश ठाकुर का मानसिक रूप से विक्षिप्त 25 वर्षीय पुत्र 25 मई से घर से लापता हो गया था. परिजनों ने काफी खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला. 7 जून को उन्हें जानकारी मिली कि मुसरीघरारी थाना क्षेत्र में एक अज्ञात युवक के शव को पुलिस ने बरामद किया है. जिसके बाद वो मुसरीघरारी थाना पहुंचे. थाना से जानकारी दी गई कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. तब वो सदर अस्पताल पहुंचे और वहां अपने बेटे का शव मांगा, लेकिन वहां मौजूद कर्मी ने शव देने से इंकार कर दिया.
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छह जून को मिला था अज्ञात शवः बताया जाता है कि मुसरीघरारी थाना पुलिस ने छह जून को एनएच- 28 से बेझाडीह जाने वाली पीसीसी सड़क पर एक शव बरामद किया था. सदर अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम के बाद पहचान नहीं होने के कारण 72 घंटे तक उसे सुरक्षित रखा गया. बुधवार को जब मृतक के परिजन सदर अस्पताल पहुंचे, तो शव को देखकर पहचान गए. मृतक की पहचान ताजपुर थाना क्षेत्र के कस्बे आहर गांव निवासी महेश ठाकुर के पुत्र संजीव ठाकुर के रूप में हुई. लेकिन परिजनों का आरोप है कि पहचान के बाद भी पोस्टमार्टम हाउस के कर्मी ने शव देने से इंकार कर दिया और 50 हजार रुपये की मांग की. जिनके पास दाह संस्कार तक करने के लिए पैसे नहीं थे. वो 50 हजार शव के बदले देने के लिए कहां से लाते. मजबूरन मां बाप ने गांव में आकर घर-घर भीख मांगना शुरू कर दिया.
'अज्ञात शव बरामद करने के बाद कमरे में सुरक्षित रखा गया था. दो लोग पहचान करने पहुंचे थे. उन्हें शव दिखाया तो पहचान हो गई. शव मांगने पर पन्नी व कपड़ा लाने के बाद थाना जाने को कहा और बिना पुलिस के कहने पर शव देने से इन्कार किया. रुपये मांगने का आरोप गलत है'-नागेंद्र मल्लिक, पोस्टमार्टम कर्मी