समस्तीपुर:बिहार के समस्तीपुर जिले से रविवार को दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. यहां एक ही परिवार के पांच लोगों ने एक साथ फांसी लगाकर जान (Five People Hanged Together In Samastipur) दे दी. घटना का कारण आर्थिक तंगी बताई जा रही है. अब इस घटना पर सियासत (Politics over Samastipur government) भी खूब हो रही है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस घटना को इस घटना को डबल इंजन सरकार के लिए काला धब्बा बताया है. वहीं बेगूसराय के पूर्व सांसद और सीपीआी नेता शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने इस घटना के लिए केन्द्री की मोदी सरकार और बिहार सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.
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बेटियों ने कहा- यह आत्महत्या नहीं: पड़ोसियों के मुताबिक, मनोज अपनी पत्नी सुंदर मणि, मां सीता देवी और बच्चों सत्यम और शिवम के साथ घर में रहते थे. मनोज की दो शादीशुदा बेटियां हैं. उनकी एक बेटी पति के साथ मायके आई हुई थी. बेटी का कहना है कि, मैं और मेरे पति दूसरे कमरे में सोए थे. जब सुबह उठे तो देखा कि बगल वाला कमरा खुला है और घर के पांच लोगों के शव फंदे से लटके हुए हैं. बेटी का कहना है, ''उनके माता-पिता और भाइयों ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि उनकी हत्या की गयी है.''
बिहार में 5 लोगों ने दे दी जान, क्या था मामला? :समस्तीपुर जिले के मऊ धनेशपुर दक्षिण गांव में रविवार को परिवार के पांच लोगों के शव फंदे से लटकती मिली (Samastipur Mass Suicide Case) थी. मृतकों की पहचान मनोज झा (50), उसकी पत्नी सुंदरमनी देवी, उनकी मां सीता देवी और बच्चे सत्यम व शिवम के रूप में की गई है. बताया जाता है कि गांव के लोगों ने रविवार सुबह जब मकान का दरवाजा बंद देखा तो उन्हें शक हुआ और दरवाजा खोलने पर उन्होंने पूरे परिवार को फांसी से लटका देखा और पुलिस को सूचित किया.
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सामूहिक आत्महत्या पर पुलिस का क्या कहना है? : दलसिंहसराय के पुलिस उपाधीक्षक डी के पाण्डेय ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है. वैसे, पुलिस सभी बिन्दुओं पर जांच कर रही है. मनोज झा ने स्वयं सहायता समूह के अलावा कुछ और लोगों से कर्ज ले रखा था. इसे लौटाने का दबाव घटना का कारण हो सकता है.
''मनोज झा (50) ऑटो चलाता था और खैनी (कच्चा तंबाकू) बेचता था. रविवार सुबह जब गांव के लोगों ने सुबह जब मकान का दरवाजा बंद देखा तो उन्हें संदेह हुआ और दरवाजा खोलने पर उन्होंने झा, उसके बेटों शिवम (7), सत्यम (10), पत्नी सुन्दरमणी (38) और मां सीता देवी (67) को फांसी से लटका देखा और पुलिस को सूचित किया. पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.''- डी के पाण्डेय, पुलिस उपाधीक्षक
सामूहिक खुदकुशी की क्या वजह ?: सूत्रों के मुताबिक, झा परिवार ने कुछ कर्ज ले रखा था, जिस कारण परिवार दबाव में था. घटना का कारण आर्थिक तंगी बताई जा रही है. एक ग्रामीण ने बताया कि मृतक परिवार पर करीब तीन लाख रुपए का कर्ज था, जिसे लेकर परिवार काफी परेशान था. ग्रामीणों की माने तो मनोज किश्त भी नहीं चुका पा रहा था और कर्ज देने वाले लगातार पैसा लौटाने का दबाव बना रहे थे. ऐसे में माना जा रहा है कि इससे तंग आकर पूरे परिवार ने एक साथ खुदकुशी कर ली.
CM नीतीश ने कहा- दुर्भाग्यपूर्ण घटना : समस्तीपुर में एक ही परिवार के पांच लोगों द्वारा आत्महत्या मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. पूरा प्रशासन इस मामले की छानबीन में लगा हुआ है, मैं खुद व्यक्तिगत तौर पर मामले की निगरानी कर रहा हूं. हमें जल्द ही पता चल जाएगा कि पांचों लोगों की आत्महत्या के पीछे क्या कारण था?