समस्तीपुरः नगर थाना क्षेत्र के गोलंबर चौराहा पर आगजनी कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे लोगों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. जिसमें कई लोग घायल हो गए. हालांकि पुलिस ने लोगों को समझाने की काफी कोशिश की थी. लेकिन लोग नहीं माने, जिसके बाद ये पुलिसिया कार्रवाई की गई.
लोगों पर लाठीचार्ज
बताया जाता है कि एक लड़की के अपहरण मामले में पुलिस ने कार्रवाई करने में देर कर दी. जिसके बाद आक्रोशित लोगों ने समस्तीपुर पटना मार्ग को जाम कर सड़क पर हंगामा शुरू कर दिया. घटना की सूचना पर नगर थाने की पुलिस और डीएसपी ने आक्रोशित लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया. लेकिन जब लोग नहीं माने तो पुलिस लाइन से भारी संख्या में पुलिस बल को बुलाया गया. पुलिस लाइन से आए पुलिसकर्मियों ने आक्रोशित लोगों पर लाठियां चलानी शुरू कर दी.
लाठीजार्ज के दौरान क्षतिग्रस्त बाइक सड़क पर मची भगदड़
लाठीचार्च के बाद अफरा-तफरी का माहौल हो गया. पुलिसकर्मियों ने लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. यहां तक कि महिलाओं को भी नहीं छोड़ा गया. इस क्रम में एक बाइक क्षतिग्रस्त हो गई. पुलिसिया कार्रवाई में तकरीबन आधे दर्जन से अधिक लोग जख्मी हो गए. सड़क पर भगदड़ मच गई. वहीं, पुलिस अधीक्षक आवास के पास जितनी भी गाड़ियां लगी हुई पाई गई, नगर थाने की पुलिस ने सभी गाड़ियों को जब्त कर लिया और थाने ले गई. घायल लोगों को सदर अस्पताल इलाज के लिए लाया गया.
पुलिस लाठीचार्ज के दौरान मची अफरा-तफरी और बयान देते लोग सरपंच को भी आई चोट
वहीं, गुनिया रघुकंठ के सरपंच भी पुलिस के लाठी चार्ज में चोटिल हो गए हैं. जो इलाज करवाने के लिए सदर अस्पताल समस्तीपुर पहुंचे. मालूम हो कि बीती रात बंदूक की नोक पर एक नाबालिग बच्ची का अपहरण कर लिया गया. बच्ची अपने पिता के साथ ट्यूशन पढ़कर घर लौट रही थी. परिजनों का कहना है कि पुलिस कार्रवाई करने में सुस्ती बरत रही है. जिसकी वजह से लोग आक्रोशित हो गए.