पटनाः लोजपा सांसद रामचंद्र पासवान का निधन पर पूरे बिहार में शोक की लहर है. लोजपा प्रदेश कार्यालय में भी सन्नाटा पसरा है. रामचंद्र पासवान ने बीती रात दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अंतिम सांस ली. इसकी जानकारी सांसद चिराग पासवान ने ट्वीट कर दी है. 12 जुलाई को उन्हें दिल का दौरा पड़ा था. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
नीतीश कुमार ने जताया शोक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा है कि उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सांसद रामचंद्र पासवान का पार्थिव शरीर विशेष विमान से पटना लाया जाएगा. पैतृक गांव में उनका अंतिम संस्कार होगा.
चौथी बार बने थे सांसद
रामचंद्र पासवान लगातार चौथी बार लोकसभा का चुनाव जीतकर सांसद बने थे. दलितों को संगठित करने के लिए दलित सेना नाम का एक संगठन भी रामचंद्र पासवान की अगुवाई में बिहार में काम कर रहा है. रामचंद्र पासवान को गांव-गांव घूमकर दलितों को संगठित करने का श्रेय जाता है. बिहार में वो दलितों के मसीहा माने जाते थे.
लोजपा कार्यालय से कुंदन कुमार रामचंद्र पासवान का सफर
- 1 जनवरी 1962 ई को खगड़िया में हुआ जन्म
- 21 जुलाई 2019 को 1:24 बजे राम मनोहर लोहिया अस्पताल में ली अंतिम सांस
- तीन भाइयों में सबसे छोटे थे रामचंद्र पासवान
- 1999 से 2009 तक लोकसभा मे रहे सांसद
- 1999 में पहली बार जेडीयू के टिकट पर जीत कर पहुंचे थे संसद
- 2004 में जेडीयू के दशाई चौधरी को हरा कर दूसरी बार बने सांसद
- 2009 में जेडीयू के महेश्वर हजारी के हाथों हार का करना पड़ा सामना
- 2014 में तीसरी बार जीत का परचम लहराया
- 2019 में कांग्रेस के अशोक राम को हरा कर चौथी बार पहुंचे संसद