समस्तीपुर: जिले में मनरेगा योजना (MNREGA Scheme) का हाल बेहाल है. समस्तीपुर जिला मजदूरों को काम देने में तय लक्ष्य से काफी पीछे है. इसकी वजह से कई योजनाओं का काम (Employment in Bihar) भी प्रभावित हो रहा है. अधिकारी कोरोना और अत्यधिक सर्दी के असर को इसकी एक वजह मानते हैं.
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कोरोना के कारण कई राज्यों से लौटे मजदूरों को घर पर काम देने का वादा समस्तीपुर में खोखला साबित हुआ. जिले में मनरेगा मजदूरों को काम देने की जो रफ्तार है, वह कुछ इसी नाकामियों की तरफ इशारा कर रहा है. दरअसल मनरेगा योजना से काम देने से सम्बंधित विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो वर्तमान वित्तीय वर्ष 2021-22 में यहां करीब 46.77 लाख मानव दिवस सृजन का लक्ष्य तय किया गया है. वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब महज दो महीने शेष हैं, वहीं यहां तय लक्ष्य से आधा ही मानव दिवस सृजन पूरा हुआ है.