समस्तीपुर: रोसड़ा अनुमंडल के अलग-अलग गांवों से मेडिकल, इंजीनियरिंग की तैयारी करने राजस्थान के कोटा गए कई छात्र लॉकडाउन के कारण वहां फंस गए हैं. कोटा में फंसे सभी छात्रों के परिजनों को अपने बच्चे की चिंता सताने लगी है. सभी छात्र विषम परिस्थितियों के बीच डर के माहौल में जीने को मजबूर हैं. फोन पर छात्रों ने बताया कि खाने-पीने की काफी समस्या हो रही है. कोटा में फंसे सभी छात्र घर लौटना चाहते हैं, लेकिन घर आने की कोई व्यवस्था नहीं रहने के कारण उन्हें अपने कमरे में ही रहना पड़ रहा है.
कोटा में फंसे छात्रों के अभिभावकों की चिंता गहराई, बच्चों ने कहा- अब डर लगता है
जिले के रोसड़ा अनुमंडल क्षेत्र के कई छात्र मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी करने कोटा गए थे. कोरोना वायरस के मद्देनजर देश में जारी लॉक डाउन में फंसे इन छात्रों को खाने-पीने की समस्या से जूझना पड़ रहा है.
सिर्फ बिहार के छात्र ही फंसे हैं
छात्रों ने बताया कि मध्य प्रदेश और यूपी के सभी छात्र कोटा से अपने घर जा चुके हैं. वहां सिर्फ बिहार के छात्र ही बच गए हैं, जिनके घर जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. छात्रों ने बताया कि कूरियर बॉय उन्हें भोजन पहुंचाते हैं. हर वक्त एक डर बना रहता है. कोटा में भी कई छात्र संक्रमित हुए है जिससे वहां फंसे सभी छात्र और भी ज्यादा डरे हुए हैं.
कोटा में फंसे दर्जनों छात्र और उनके परिजन परेशान
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए देश में लॉकडाउन जारी है. इस दौरान बिहार सरकार दूसरे राज्य में फंसे लोगों को आवश्यक सहायता पहुंचाने की लगातार जानकारी दे रही है. कोटा में फंसे दर्जनों छात्र और उनके परिजन परेशान है. अभिभावकों ने अपने बच्चों को लाने के लिए सरकार से गुहार लगाई है.