समस्तीपुर: जिले के सरकारी अस्पतालों में जिस तरह से लापरवाही बरती जा रही है, वो स्वास्थ्य विभाग के लिए बेहद ही गंभीर बात है. जिले के कई सरकारी अस्पतालों में महिलाओं का बंध्याकरण किया गया. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि इसके बाद भी वो गर्भवती हो गईं. हालांकि अब इस गलती को सुधारने के लिए अस्पताल ने उन महिलाओं को मुआवजा देने की बात कही है.
सरकारी अस्पतालों की बड़ी लापरवाही, बंध्याकरण ऑपरेशन के बाद भी कई महिलाएं हो गईं गर्भवती
अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ सियाराम मिश्र ने बताया कि ऑपरेशन के बाद प्रेग्नेंट होने के पीछे कई वजह होते हैं. इस मामले में सभी पीड़ित महिलाओं को 30-30 हजार रुपये क्षतिपूर्ति राशि दी जाएगी.
सरकारी अस्पतालों में बड़ी लापरवाही
दरअसल, जहां सरकार अबादी नियंत्रण के लिए नई-नई योजना बना रही है, वहीं दूसरी ओर जिले के सरकारी अस्पताल इसको झूठा साबित करने में लगे हुए हैं. अस्पतालों में फैमिली प्लानिंग को लेकर कई महिलाओं का बंध्याकरण का ऑपरेशन किया गया. वहीं जिले की सरायगंज, सिंघिया और कल्याणपुर की रहने वाली 3 महिला ऑपरेशन के बाद भी मां बन गईं. इस मामले की शिकायत पीड़ित परिवार ने डीएम से की. इसके बाद स्वास्थ्य महकमा पीड़ितों को मुआवजा राशि देने के लिए फाइल तैयार करने में लगा हुआ है.
बंध्याकरण के बाद गर्भवती हुई कई महिलाएं
अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ सियाराम मिश्र ने बताया कि ऑपरेशन के बाद प्रेग्नेंट होने के पीछे कई वजह होते हैं. इस मामले में सभी पीड़ित महिलाओं को 30-30 हजार रुपये क्षतिपूर्ति राशि दी जाएगी. वहीं, जानकारों का मानना है कि कभी-कभी जल्दबाजी में बिना जांच ऑपरेशन हो जाना भी ऐसी लापरवाही का कारण हो सकता है. लेकिन वजह कुछ भी हो स्वास्थ्य विभाग पर ये बहुत बड़ा प्रश्न है कि इतनी बड़ी लापरवाही उनसे कैसे हो सकती है.