सीतामढ़ी: कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन है. इससे रेलवे परिचालन भी बंद है. यात्री टिकट कैंसिल होने से रेलवे को भारी नुकसान हुआ है. वहीं, 30 जून तक रेलवे यात्रियों को टिकट की राशि रिफंड करेगा.
कोरोना महामारी की वजह से यात्रियों के बुक टिकटों के रद्द होने से रेलवे को करोड़ों का नुकसान हुआ है. इस दौरान रेलवे सभी बुक टिकटों की राशि यात्रियों को रिफंड करेगा. 22 मार्च से 14 अप्रैल के बीच यात्रा के लिए बुक कराई गई, टिकट पहले ही कैंसिल हो चुकी है. आगे वाली टिकटें भी कैंसिल होंगी, उनकी राशि भी रिफंड की जानी है.
'खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा'
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान रेलवे ने ये छूट दे रखी है कि यात्रा तिथि से 3 माह बाद तक यात्री अपनी टिकट कैंसिल करा सकते हैं. लॉकडाउन के पहले और बाद वाले यात्रियों को रिफंड के लिए यात्रियों को टिकट डिपॉजिट रसीद भरना होगा. इसके माध्यम से उक्त व्यक्ति को उसके टिकट रिफंड का पैसा मिल पाएगा. आईआरसीटीसी की साइट से अग्रिम यात्रा टिकट का पैसा यात्री के बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाएगा. इस साइट से 22 मार्च 14 अप्रैल के बीच जिन लोगों ने ई टिकट बुक कराया था, उनको रेलवे के टिकट काउंटर पर जाने की जरूरत नहीं है. रेलवे की तरफ से ट्रेन रद्द किए जाने की घोषणा के कारण उनके बैंक खाते में रिफंड ट्रांसफर कर दिया जाएगा.
'करोड़ों का नुकसान हुआ है'
वहीं, इस संबंध में पूछे जाने पर समस्तीपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम सरस्वती चंद्र ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर यात्री सुविधा को देखते हुए रिफंड की अवधि 30 जून तक की जा चुकी है, यात्री उस तारीख तक अपनी टिकट रद्द कराकर पैसा ले सकते हैं. टिकट रिफंड होने के कारण रेलवे को करोड़ों का नुकसान हुआ है.