समस्तीपुर: जिले में डेंगू का प्रकोप ( Dengue outbreak in Samastipur) बढ़ता जा रहा. मोरवा प्रखंड के चकपहाड़ की रहने वाली एक आठ वर्षीय बच्ची की इससे मौत हो गयी. इससे पहले डेंगू के कारण दो मरीजों की जान जा चुकी है. जिले में डेंगू से मरनेवालों की संख्या तीन (third death due to dengue in samastipur) तक पहुंच गयी है. जिले में डेंगू से करीब 33 से अधिक लोग प्रभावित हैं. कई मरीज पटना के विभिन्न अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं. जिले के सदर अस्पताल समेत अन्य कई अनुमंडलीय अस्पतालों में डेंगू को लेकर अलग वार्ड बनाया गया है.
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जानिए क्या है डेंगू मच्छरःजिस मच्छर के काटने से डेंगू होता है, उस मच्छर का नाम मादा एडीज मच्छर है. यह दिखने में भी सामान्य मच्छर से अलग होता है और इसके शरीर पर चीते जैसी धारियां बनी होती है. यह मच्छर अक्सर रोशनी में ही काटते हैं. डेंगू के मच्छर दिन में खासकर सुबह के वक्त काटते हैं. वहीं, अगर रात में रोशनी ज्यादा है तो भी यह मच्छर काट सकते हैं. इसलिए सुबह और दिन के वक्त इन मच्छरों का ज्यादा ध्यान रखें. एडीज बहुत ऊंचाई तक नहीं उड़ पाता. इंसान के घुटने के नीचे तक ही पहुंच होती है.
प्लेटलेट्स की संख्या घट जातीःडेंगू बुखार में प्लेटलेट्स की संख्या घट जाती है. 1.5 लाख से 3.5 लाख के बीच रहने वाला प्लेटलेट्स यदि 20 हजार के नीचे आ जाये तो प्लेटलेट्स चढ़ाने की आवश्यकता पड़ती है. इसमें तेज बुखार के साथ हड्डियों के जोड़ों में तेज दर्द, सिर दर्द, उल्टी, मतली, आंखों में दर्द और शरीर पर लाल चकत्ते जैसे लक्षण शामिल हैं. सांस लेने में दिक्कत और थकान जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.