समस्तीपुर: जिले का अग्निशमन केंद्र, खुद ही कई समस्याओं की आग में झुलस रहा है. आग लगने से बचाने के लिए यहां संसाधनों का घोर अभाव है. जो संसाधन बचे भी हैं वह भी वरीय अधिकारियों की उदासीनता का एक नमूना बन कर रह गए है. फायर ब्रिगेड की हालत किसी तबेले से भी बदतर है.
मुश्किल हालात में लोगों को राहत देने वाला अग्निशमन विभाग खुद जोह रहा मदद की बाट
जिला मुख्यालय से कुछ मीटर पर स्थित फायर बिग्रेड कार्यालय में बैठने तक की जगह नहीं है. पिछले तीन महीनों से कर्मचारी बिना वेतन के काम कर रहे हैं कर्मचारी.
अग्निशमन केंद्र की हालत बदतर
जिला मुख्यालय से कुछ मीटर पर स्थित फायर बिग्रेड कार्यालय में बैठने तक की जगह नहीं है. खर पतवार को किसी तरह समेट कर कर्मियों ने इस भीषण गर्मी में छांव के लिए एक छप्पर बनाया है. अग्निशमन की ज्यादातर गाड़ियां खराब पड़ी हैं और जो ठीक हैं उसमें ईंधन तक नहीं है.
3 महीनों से बिना वेतन के काम कर रहे हैं कर्मचारी
अग्निशमन विभाग के प्रभारी ने बताया कि पिछले तीन महीनों से बिना वेतन के काम कर रहे हैं. आपदा के वक्त ईंधन का जुगाड़ भी बड़ी मुश्किल से संभव हो पाता है. यहां काम करने वाले कर्मचारियों को पीने का पानी तक मयस्सर नहीं हैं. विभाग का स्थानांतरण होमगार्ड विभाग में होने के कारण तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.