समस्तीपुर:समस्तीपुर सदर अस्पताल प्रशासन के लचर व्यवस्था का नया कारनामा सामने आया है. अब अस्पताल का ओटी धीरे-धीरे सार्वजनिक होता जा रहा है. मरीज के परिजन को जब अस्पताल के ओटी में डॉक्टर के नहीं मिले, तो बाहर से डॉक्टर को बुला कर ऑपरेशन करवा लिया. हालांकि, इस दौरान यहां तैनात अन्य स्वास्थ्यकर्मी ओटी में ही बंधक बने रहे.
समस्तीपुर: अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने पर बाहर के डॉक्टर को बुलाकर कराया इलाज - सरकार पर निशाना
जब मामला संज्ञान में आाया तो सवाल-जवाब शुरू हो गए. सिविल सर्जन ने डीएस को पत्र लिखकर पूरे मामले पर जवाब मांगा है. इस मामले पर सीएस और डीएस कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.
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सिविल सर्जन ने स्पष्टीकरण मांगा
जब मामला संज्ञान में आाया तो सवाल-जवाब शुरू हो गए. सिविल सर्जन ने डीएस को पत्र लिखकर पूरे मामले पर जवाब मांगा है. साथ हीं, उन्होंने ऑन ड्यूटी डॉक्टर के गायब होने के मामले पर भी स्पष्टीकरण मांगा है. इस मामले पर सीएस और डीएस कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. गौरतलब है कि इस अस्पताल के प्रसव कक्ष और इमरजेंसी में आए दिन हंगामा और तोड़फोड़ की घटना होती रहती है. वहीं, अब तो यहां का ओटी भी बाहरी डॉक्टर के लिए सार्वजनिक होते जा रहा है.
विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा
वहीं, इस मामले पर विपक्ष के साथ-साथ सत्तापक्ष के लोगों ने भी सदर अस्पताल के लचर व्यवस्था पर सवाल खड़े किए. विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार की मनसा पूरे सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा का प्राइवेटाइजेशन करना है. ऐसे में सरकार जान-बुझकर सरकारी सेवाओं को बदनाम करने की साजिश कर रही है. इससे सरकारी सेवाएं जल्द ही अनुपयोगी हो जाएगी और जल्द ही स्वास्थ्य सेवा का भी प्राइवेटाइजेशन हो जाएगा.