समस्तीपुर: कोरोना वायरस को लेकर लॉक डाउन 2.0 के बीच जिला उद्योग केंद्र ने 36 जरूरी फैक्ट्रियों को खोलने की अनुमति मांगी है. सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के निदेशक से ये परमिशन मांगी है. अगर ये फैक्ट्रियां शुरू होती है तो करीब 2 हजार लोगों को काम मिल सकेगा.
Lockdown 2.0 के बीच जिला उद्योग केंद्र ने MSME से मांगी 36 जरूरी फैक्ट्रियों को खोलने की अनुमति - Ministry of Micro, Small and Medium Enterprises
जिला उद्योग केंद्र ने एमएसएमई मंत्रालय से 36 फैक्ट्रियों को खोलने की अनुमति मांगी है. फैक्ट्रियों के वापस शुरू होने से एक ओर जरूरी चीजों का उत्पादन शुरू हो सकेगा तो दूसरी ओर लगभग 2000 मजदूरों को काम भी मिलेगा.
लॉक डाउन 2.0 पर राज्य सरकारें जारी करेंगी एडवायजरी
पीएम मोदी ने लॉक डाउन 2.0 के एलान के बीच मजदूरों को राहत देने का इशारा किया है. हालांकि इस बार लॉक डाउन के दौरान अबतक कोरोना वायरस के प्रभाव से बचे जिलों में क्या कुछ राहत दी जाएगी, ये साफ नहीं हो पाया है. बुधवार को राज्य सरकार की एडवायजरी जारी होने के बाद ही ये तस्वीर साफ होगी. मौजूदा वक्त में फूड प्रोडक्ट्स से जुड़ी कुछ फैक्ट्रियां चलाई जा रही है. अगर मंत्रालय 36 जरूरी फैक्ट्रियों को खोलने की हरी झंडी देता है तो कई फैक्ट्रियों को भी खोला जा सकेगा. इसके अलावा जिला उद्योग केंद्र मास्क और पीपीई किट बनाने की तैयारी में जुटा है.
2000 मजदूरों को मिल सकेगा काम
जिला उद्योग केंद्र ने एमएसएमई मंत्रालय से 36 फैक्ट्रियों को खोलने की अनुमति मांगी है. उद्योग केंद्रों से जुड़े सूत्रों के अनुसार ऑक्ससीजन सिलेंडर, मिनरल वाटर, डेयरी, आटा फैक्ट्री, फूड प्रोडक्ट, टेक्सटाइल्स, फर्नीचर जैसे इन फैक्ट्रियों के शुरू होने से एक ओर जरूरी चीजों का उत्पादन शुरू हो सकेगा तो दूसरी ओर 2000 मजदूरों को काम भी मिलेगा.