समस्तीपुर:जिले के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत डाटा ऑपरेटरों ने चार सूत्री मांगों को लेकर स्वास्थ्य समिति कार्यालय गेट पर आमरण अनशन शुरू किया है. डाटा ऑपरेटरों का आरोप है कि बिना किसी चयन प्रक्रिया किए ही नए डाटा ऑपरेटरों की नियुक्ति कर ली गई है. साथ ही पहले से कार्यरत डाटा ऑपरेटरों को बिना बताए उनकी नियुक्ति रद्द कर दी गई. इसको लेकर कई बार अधिकारियों के सामने गुहार लगाई गयी. लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. जिसके बाद नाराज ऑपरेटरों ने श्याम कुमार और राजू गुप्ता के नेतृत्व में आमरण अनशन की शुरुआत की.
स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत डाटा ऑपरेटरों का प्रदर्शन, 5 सूत्री मांगों को लेकर कर रहे आमरण अनशन
समस्तीपुर में स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत डाटा ऑपरेटरों ने चार सूत्री मांगों को लेकर आमरण अनशन शुरू किया है. डाटा ऑपरेटरों ने बताया कि अनशन के दौरान अगर अनशन कारी की मौत होती है. तो इसकी जवाबदेही सिएस और जिला कार्यक्रम प्रबंधक समस्तीपुर की होगी.
डाटा ऑपरेटरों का प्रदर्शन
जिले के सभी डाटा ऑपरेटर एकजुट होकर स्वास्थ्य समिति कार्यालय पर आमरण अनशन कर रहे है. इनका कहना है कि बिना कोई चयन प्रक्रिया देखें डाटा एंट्री ऑपरेटर की नियुक्ति करते हुए पुराने डाटा ऑपरेटर की नियुक्ति रद्द कर दी गई है. जिला स्वास्थ्य जिला स्वास्थ्य समिति की देखरेख में एनआईसी की ओर से कंप्यूटर दक्षता उत्तरी और लगातार 7 सालों से कार्य कर रहे डाटा एंट्री ऑपरेटर को बिना किसी सूचना के हटा दिए गया. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर भुखमरी की समस्या उत्पन्न होने पर सभी डाटा ऑपरेटर एकमत से स्वास्थ समिति कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन कर रहे हैं. इनके समर्थन में सभी डाटा ऑपरेटर नारेबाजी कर रहे हैं.
डाटा ऑपरेटरों की मांग
डाटा ऑपरेटरों ने कहा किबिना कोई चयन प्रक्रिया देखें नए डाटा एंट्री ऑपरेटर की नियुक्ति को रद्द किया जाए.जिला स्वास्थ्य समिति की देखरेख में एनआईसी की ओर से कंप्यूटर दक्षता उत्तरी और लगातार 7 सालों से कार्य कर रहे डाटा एंट्री ऑपरेटरों से पहले की तरह कार्य लिया जाये. सामान्य प्रशासन विभाग सरकार के पत्रांक 23-आउटसोर्सिंग 1-2017 साप्र 14556 दिनांक 17 नवंबर 2017 राज स्वास्थ्य समिति सह प्रभारी उप सचिव संजीवनी के पत्रांक 1926 दिनांक 13 जुलाई 2020 की अनदेखी और बिना चयन प्रक्रिया अपनाएं डाटा ऑपरेटर के पद पर बहाल करने वाले उर्मिला इ.प्रा.लि. पर कार्रवाई हो. उन्होंने कहा कि इस आमरण अनशन के दौरान अगर किसी की मौत हो जाती है तो उसकी सारी जवाबदेही सिविल सर्जन और जिला कार्यक्रम प्रबंधक समस्तीपुर की होगी.