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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 6, 2023, 7:32 PM IST

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Samastipur Crime News: मोहनपुर ओपी इंचार्ज हत्याकांड में एक और आरोपी गिरफ्तार, पटना के दीघा में छुपा हुआ था

समस्तीपुर पुलिस को मोहनपुर ओपी इंचार्ज हत्याकांड में एक और सफलता मिली है (Mohanpur OP incharge murder case). एसआईटी की टीम ने पटना के दीघा में छुपे अपराधी को गिरफ्तार किया है. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. पढ़ें पूरी खबर...

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समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर से बड़ी खबर आ रही है. मोहनपुर ओपी के तत्कालीन थानाध्यक्ष नंद किशोर यादव हत्याकांड में एक अपराधी को गिरफ्तार किया गया है. उसकी गिरफ्तारी जिला एसआईटी की टीम ने की है. बताया जा रहा है कि आरोपी पटना के दीघा में छुपा हुआ था. गिरफ्तार आरोपी की पहचान नालंदा जिला के रहने वाले उमेश प्रसाद उर्फ हड्डी गोप के पुत्र अमित गोप के रूप में हुई है. एसआईटी की टीम ने इससे पूर्व 6 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.

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समस्तीपुर में अपराधी गिरफ्तार: थानाध्यक्ष नंद किशोर यादव हत्याकांड में अपराधी की गिरफ्तारी की पुष्टि दलसिंहसराय के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मो. नजीब अनवर ने की है. एसआईटी की टीम ने इससे पहले 6 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. शुक्रवार को एक और अपराधी को गिरफ्तार किया गया है. बहरहाल गिरफ्तार अपराधी से पुलिस पूछताछ कर रही है. बता दें कि इससे पहले पिंटू यादव को तेलंगाना के रंगारेड्डी इलाके से गिरफ्तार किया था. वह एक फ्लावर मील में काम करता था.

"मोहनपुर ओपी के तत्कालीन थानाध्यक्ष नंद किशोर यादव हत्याकांड में एक अपराधी को गिरफ्तार किया गया है. वह पटना के दीघा में छुपा हुआ था. तभी एसआईटी की टीम ने दबोच लिया. फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है."-मो. नजीब अनवर,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, दलसिंहसराय

पशु तस्करों ने मार दी थी गोली:बता दें कि 15 अगस्त की तड़के सुबह 2:30 बजे उजियारपुर थाने के शहबाजपुर गांव के पास पशु तस्करों ने छापेमारी के दौरान मोहनपुर ओपी के थानाध्यक्ष नंदकिशोर यादव को गोली मार दी थी. बाद में उपचार के दौरान पटना में उनकी मौत हो गई थी. इस मामले में उजियारपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. ये लोग चोरी किए गए पशु को दो तरह से खपाते थे. जो पशु दूधारू नहीं होते थे, उसे कसाई बाजार में भेज देते थे. वहीं जो पशु दूधारू होते, उसे विभिन्न एजेंट के माध्यम से बेचने का काम करते थे. गिरोह के सदस्य अलग-अलग तरीके से इस काम को अंजाम देते थे.

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