समस्तीपुर: बिहार में इन दिनों इंसेफेलाइटिस बीमारी से बच्चों की लागातार मौत हो रही है. आकंड़ा 186 पहुंच गया है. ज्यादातर डॉक्टर इसकी वजह कुपोषण बता रहे हैं. बच्चों को इस प्रकार की बीमारियों से बचाने के लिए सरकार टीकाकरण कराती है. लेकिन, समस्तीपुर टीकाकरण के मामले में सबसे निचले पायदान पर है.
समस्तीपुर: सरकारी अस्पताल का हाल-बेहाल, टीकाकरण के मामले में 38वें स्थान पर समस्तीपुर - अस्पताल का हाल बेहाल
डिप्थीरिया, काली खांसी, टिटनेस, पोलियो ,टीवी, खसरा और हेपेटाइटिस बी जैसे गंभीर बीमारियां टीकाकरण में लापरवाही बरतने से ही होती है. इनसे बचने के लिए बच्चों का टीकाकरण होता है.

राज्यभर में 38वें स्थान पर
दरअसल, डिप्थीरिया, काली खांसी, टिटनेस, पोलियो ,टीवी, खसरा और हेपेटाइटिस-बी जैसी गंभीर बीमारियां टीकाकरण में लापरवाही बरतने से ही होती है. इनसे बचने के लिए बच्चों का टीकाकरण होता है. टीकाकरण के मामले में बिहार में समस्तीपुर 38वें स्थान पर है.
बहाना बनाते दिखे सिविल सर्जन
इस मामले पर जब जिले के सिविल सर्जन से सवाल किया गया तो उन्होंने कभी हड़ताल तो कभी चुनाव का रोना रोते हुए जल्द काम पूरा करने का दावा किया. मालूम हो कि लगातार कई मौसमी बीमारी और गंभीर बीमारियों के कारण बच्चे दम तोड़ रहे हैं. लेकिन, स्वास्थ्य महकमे का रवैया सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. गरीब माता-पिता अपने बच्चों को टीका लगवाने के लिए सरकारी अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं.