समस्तीपुर: जिले के नगर परिषद क्षेत्र के इंद्रनगर में बिहार सरकार के ठोस कचरा प्रबंधन योजना अंतर्गत कम्पोस्ट पिट का निर्माण करवाया गया है. करीब 6 लाख की लागत से बने इस कम्पोस्ट पिट में कूड़े कचरे से खाद बनाने पर काम होना था. वैसे कम्पोस्ट पिट का कार्यकारी एजेंसी नगर परिषद ने निर्माण के बाद कूड़े कचरे से करीब एक टन खाद का निर्माण जरूर कराया. लेकिन इस प्रयोग के कई महीने बीतने को है. लेकिन प्रशासन के लापरवाही के कारण कूड़े-कचरे से खाद बनाने वाला यह कम्पोस्ट पिट अब खुद कूड़े कचरे में तब्दील होता जा रहा है.
समस्तीपुर: प्रशासनिक लापरवाही के कारण कम्पोस्ट कचरे में तब्दील, किसानों को नहीं मिला लाभ
इंद्रनगर में बिहार सरकार के ठोस कचरा प्रबंधन योजना अंतर्गत कम्पोस्ट पिट निर्माण कार्य में प्रशासन की ओर से लापरवाही बरती जा रही है. इस कारण कूड़े-कचरे से खाद बनाने वाला यह कम्पोस्ट पिट अब खुद कूड़े कचरे में तब्दील होता जा रहा है.
वैसे कूड़े कचरे से खाद बनाने का पटना से ट्रेनिंग लेकर आये नगर परिषद के कर्मचारी यंहा रोज आते है और अपनी ड्यूटी निभा कुछ देर में वापस चले जाते है. पूरे मामले पर समस्तीपुर नगर परिषद के एक्सक्यूटिव ऑफिसर कैमरा कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे है. लेकिन प्रशासन की लापरवाही साफ दिख रही है.
धरातल पर नहीं दिख रहा काम
बहरहाल राज्य सरकार के इस योजना को अगर गंभीरता से लिया जाए तो इसके अनेको फायदे धरातल पर नजर आयेंगे. खासतौर पर डंपिंग के जगह से परेशान परिषद को बेहतर जगह व उस कचरे का इस्तेमाल हो पायेगा. साथ ही इस जैविक खाद के बलबूते जंहा इसके आर्थिक हालात बेहतर होते. वहीं, किसानों को भी सस्ते दामों में जैविक खाद उपलब्ध हो सकेगा.