समस्तीपुर में सीएम ने समाधान यात्रा के दौरान की समीक्षा बैठक समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर में समाधान यात्रा के (Samadhan Yatra in Samastipur) दौरान मंगलवार को मुख्यमंत्री ने कई सारी योजनाओं का निरीक्षण किया. वह कार्यक्रम स्थल के बाद अपने काफिले के साथ समाहरणालय पहुंचे. समाहरणालय के सभागार में सात निश्चय योजना को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इसमें सभी विभाग के पदाधिकारी मौजूद रहे. सीएम की समीक्षा बैठक को लेकर समाहरणालय सभागार को दुल्हन की तरह सजाया गया था.
ये भी पढ़ेंः Nitish Samadhan Yatra: इस पंचायत में आएंगे नीतीश, 5 साल से लोगों को नहीं मिला पीने का पानी
सात निश्चय योजना की सीएम ने की समीक्षाः सीएम नीतीश कुमार ने सात निश्चय योजना की समीक्षा बैठक में मनरेगा, जल जीवन हरियाली, सरकारी पोखर तालाब के बारे में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की. सभी अधिकारियों ने अपने इलाके में हो रहे कार्यों के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने बारी-बारी से अधिकारियों से किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त कर कार्यों को गति प्रदान करने का निर्देश दिया.
अधिकतर सवालों को मुख्यमंत्री ने किया अनसुनाः समीक्षा बैठक समाप्त करने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री बाहर निकले पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि समाधान यात्रा के दौरान हो रहे कार्य को देखते हैं और उसे बेहतर करने को लेकर अधिकारियों को निर्देश देते हैं. उन्होंने कई सारे सवालों को अनसुना कर दिया. स्थानीय मुद्दे भोला टॉकीज गुमटी को लेकर गोल मटोल जवाब देकर अपना बचाव किया. मुख्यमंत्री से जब कृषि रोडमैप को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने उसपर भी कुछ नहीं कहा.
सीएम के साथ मंत्रियों और अधिकारियों का था काफिलाः समाधान यात्रा में मुख्यमंत्री के साथ शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता, विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी, स्थानीय विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन, रणविजय साहू, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, डीजीपी आरएस भट्टी, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्य अमृत, जिलाधिकारी योगेंद सिंह, पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी, सदर एसडीओ रविन्द्र कुमार दिवाकर, सदर डीएसपी मो. शेहबान हबीब फखरी, मुख्यालय डीएसपी अमित कुमार सिंह समेत दर्जनों पदाधिकारी मौजूद थे.
"समाधान यात्रा के दौरान जिलों में हो रहे कार्यों को देखते हैं. जहां कुछ जरूरत है उस पर क्या होना चाहिए वह काम करवाने का निर्देश देते हैं. लोगों की जरूरत और समस्याएं क्या है यह जानकर उसके समाधान की कोशिश की जा रही है. इसका यही उद्देश्य है"- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री