समस्तीपुरः वेतन भुगतान की मांग को लेकर दैनिक सफाई कर्मीयों ने नगर परिषद कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान सफाईकर्मियों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और हड़ताल पर चले गए.
क्या है सफाईकर्मियों का आरोप
सफाईकर्मियों का आरोप है कि बीते तीन महीने से वेतन भुगतान के लिए कार्यालय का चक्कर लगाते-लगाते थक चुके हैं. लेकिन आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला. पांच मई से लेकर दस मई तक वेतन भुगतान की बात अधिकारियों ने की थी. लेकिन भुगतान नहीं हुआ. इसी कारण सभी कर्मचारी एकजुट होकर हड़ताल पर चले गए हैं. उनका कहना है कि जब तक वेतन भुगतान नहीं किया जाता है तब तक हम लोग काम पर नहीं आएंगे.
पैसे के अभाव में बाल बच्चे भूखे
हड़तालियों का कहना है कि पैसे के अभाव में बाल बच्चे भूखे मर रहे हैं. राशन पानी उधार नहीं मिल रहा है. जिसके कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं. 246 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से हम लोगों को दैनिक मजदूरी देने की बात कही गयी थी. लंबे इंतजार करने के बाद भी वेतन भुगतान नहीं किया गया. इनका कहना है कि अधिकारियों ने हम लोगों की तरफ ध्यान नहीं दिया तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.
संविदा पर रखे गए थे मजदूर
दरअसल, नगर परिषद के जरिए 264 महिला और पुरुष कर्मचारियों को शहर की सफाई के लिए एनजीओ के साथ संविदा पर रखा गया था. एनजीओ ने इन कर्मचारियों को शहर के विभिन्न रूटों पर साफ-सफाई के लिए लगाया था. आज तीन महीना बीत जाने के बाद भी इन लोगों का वेतन भुगतान नहीं किया गया. ये लोग बार-बार एनजीओ कर्मी से लेकर कार्यालय अधिकारियों तक वेतन को लेकर गुहार लगाते रहे. लेकिन किसी अधिकारियों ने इनके तरफ ध्यान नहीं दिया.