समस्तीपुर: विभूतिपुर थाना क्षेत्र के साख मोहन गांव के मंदिर के महंत ने अपने 15 महीने की पालतू बिल्ली लुखिया की मौत पर मोक्ष के लिए उसका पूरे रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार कर श्राद्ध किया. इतना ही नहीं, मंदिर में श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर लुखिया को श्रद्धांजलि भी दी गई. इस दौरान साधु-संतों के साथ इलाके के लोग भी भोज में शामिल हुए. वहीं, महंत के द्वारा किए गए अनोखे पशु प्रेम की कहानी पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.
'15 महीने पूर्व एक बिल्ली के बच्चे को बरसात में भीगते हुए देखा था और उसे अपने ठाकुरबारी में लाकर लालन-पालन करना शुरू कर और लुखिया नाम दिया. 14 जनवरी के रात उसकी अचानक तबीयत खराब हो गई. जहां मैं विभूतिपुर पशु चिकित्सक यंत्र के डॉक्टर से संपर्क कर उसका इलाज कराया लेकिन 15 जनवरी को उसकी मौत हो गई.'- शंभू कुमार, महंत
'मरने के बाद लुखिया का अंतिम संस्कार पूरे विधि विधान से किया. उसे मोक्ष दिलाने के लिए सभी क्रियाक्रम करने के बाद श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया. इसमें समस्तीपुर जिले के अलावा बेगूसराय के कई साधु संत और मदिरों के महंत शामिल हुए.'- शंभू कुमार, महंत