समस्तीपुर: जिले के वारिसनगर की रहने वाली 70 वर्ष से अधिक उम्र की नजमूनिशा महिला सशक्तिकरण मिशाल बन गई हैं. नजमूनिशा जो आज गरीब महिलाओं के स्वरोजगारका सशक्त जरिया बनी हैं. यहीं, नहीं आज पूरे प्रदेश में अपने खास खिलौने के कारोबार के जरिये अलग मुकाम बनाया है. इनके बनाये गये खिलौनों की मांग भारत के अलावा नेपाल मे भी है.
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महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर
कौन कहता है आसमां में सुराग नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो. जी हां, इस कहावत को चरितार्थ का दिखाया है जिले के वारिसनगर प्रखंड के रामनगर की रहने वाली नजमूननिशा. 70 वर्ष से अधिक उम्र की यह महिला आज सैंकड़ो गरीब महिलाओं के लिए एक उम्मीद व स्वरोजगार का जरिया हैं. दरअसल, बेबसी व गरीबी के खिलाफ इस बुजुर्ग महिला ने खिलौना निर्माण के बूते कमाल कर दिखाया.
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देशभर में खिलौनों की मांग
वारिसनगर प्रखंड के रामनगर की रहने वाली नजमूननिशा के हाथों के बने खिलौनों ने देश के विभिन्न हिस्सों में अपनी खास पहचान बनायी है. वर्तमान में नेपाल से लेकर अन्य जगहों पर इनके खिलौनों की मांग है. यही नहीं, वर्तमान में इनके यहां सैंकड़ो गरीब महिलाएं खिलौना बनाना सीखा रही हैं. वहीं उन्हें इस स्वरोजगार से जोड़ भी रही है. वैसे तो इनके यहां आस-पास की सैंकड़ों महिलाएं व युवतियां खिलौने के इस कारोबार से जुड़ी हैं. उसमें ऐसी बहुत महिलाएं है, जो इस कोरोना संकट काल में विभिन्न राज्यों से लौटी हैं.