सहरसा: जिले के प्रेक्षागृह में प्रधानमंत्री आवास योजना और जीविका स्वयं सहायता समूहों का वितीय समायोजन कार्यशाला का उद्घाटन किया गया. इस दौरान प्रमंडलीय आयुक्त राहुल रंजन महिवाल, डीएम कौशल कुमार और उपविकास आयुक्त सहित जिले के तमाम पदाधिकारी राज्य परियोजना प्रबंधक के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
लाभार्थी को मिल रही है धनराशि
दरअसल, सहरसा जिला बिहार में पहला जिला है, जहां 3500 समूहों के बीच 145 करोड़ का ऋण विभिन्न बैंकों के माध्यम से दिया गया. साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिला प्रशासन के द्वारा 7336 लाभुकों को गृह प्रवेश कराया गया. गृह प्रवेश में 7336 आवासों के निर्माण में कुल 88.03 करोड़ रुपए का सहयोग लाभार्थियों को दिया गया. साथ ही मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत 420 लाभुकों को स्वीकृति पत्र प्रदान किया गया. पहला किस्त के रूप में 1.68 करोड़ का भुगतान किया गया.
मनरेगा योजना के तहत दी गई धनराशि
मनरेगा योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को पशु शेड, बकरी शेड, मुर्गी शेड, खेत-पोखरी बर्मी कम्पोस्ट के लिए 8.24 करोड़ रुपए की राशि DBT के द्वारा दी गई. जीविका द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले गरीबों को खासकर महिलाएं का समूह गठित कर उनको आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए वृहत चलाई जा रही है.
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'कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ऑपरेशन आवास के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना के 7336 लाभुकों को गृह प्रवेश कराया गया. जीविका समूह को विभिन्न बैंको के माध्यम से 145 करोड़ का ऋण दिया गया. गव्य विकास योजना के तहत 42 पशुपालकों को दुधारू पशु क्रय हेतु 1 करोड़ का ऋण दिया गया. मत्स्य विभाग द्वारा 26 मत्स्य पालक कृषक को 0.249 करोड़ का केसीसी दिया गया. विभिन्न बैंको के माध्यम से कुल 43 हजार 64 लाभुकों को 245.15 करोड़ की राशि ऋण के रूप में दी गयी.'- कौशल कुमार, डीएम