सहरसा : बिहार के सहरसा में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है. हल्की बारिश के बाद भी नगर निगम क्षेत्र में मुख्य सड़क से लेकर गली मुहल्ले तक पानी जमा हो गया है. पिछले तीन चार दिनों से लगातार रुक-रुक कर वर्षा हो रही है. शहर में जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने से हर तरफ पानी जमा हो गया है. ऐसे में जिन सड़कों पर पहले से गड्ढे हैं, वहां पानी भर जाने के कारण दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.
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जलजमाव से हादसे की बढ़ी आशंका : पाॅलिटेक्निक ढाला से लक्ष्मीनियां चौक जाने वाली मुख्य सड़क पर गड्ढा तो है ही, साथ ही पानी भी जमा हो गया है. इस पर गाड़ियां हिचकोले खाते गुजर रही हैं. पानी भर जाने के कारण लोगों को सड़क पर बने गड्ढे का अंदाजा नहीं लग पा रहा है. इससे कभी भी हादसा हो सकता है. वहीं दूसरी तरफ इस्लामियां चौक जाने वाली सड़क पर भी पानी जमा है. यहां भी लोगों को अपने घरों से किसी काम से निकलने घुटने पर पानी में घुसकर जाना पड़ रहा है.
"पूरब लक्ष्मीनियां चौक की सड़क पर जल जमाव के कारण कई बार अप्रिय घटना घट चुकी है, लेकिन नगर निगम के पदाधिकारी कोई भी कदम नहीं उठा रहे हैं. नगर निगम की उदासीनता के कारण यहां जलजमाव की स्थिति विकराल होती जा रही है".-राघवेंद्र कुमार रवि, स्थानीय
सबसे बुरी हालत संजीव झा पथ की : सबसे बुरी हालत संजीव झा पथ की है, जो भाजपा के पूर्व विधायक स्वर्गीय संजीव झा के नाम से पर है. उनकी पत्नी सहरसा नगर निगम की मेयर हैं. ऐसे में जब मेयर बेन प्रिया के पति के नाम पर बनी सड़क पर जल जमाव है तो नगर निगम क्षेत्र के अन्य जगहों का क्या हाल होगा, इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है. स्थानीय राघवेन्द्र कुमार रवि की माने तो पाॅलिटेक्निक ढाला से पूरब लक्ष्मीनियां चौक, डुमरेल वार्ड नंबर 26 के मेन रोड पर जल जमाव से काफी परेशानी हो रही है.
"यहां की सबसे बड़ी समस्या जल जमाव है. हल्की बारिश भी अगर हो जाती है तो पूरे इलाके में पानी भर जाता है. अभी जिस जगह हम खड़े है ये मेयर बेन प्रिया के पति पूर्व विधायक संजीव झा के नाम से पथ है. जब स पथ की यह स्थिति है तो आप अंदाजा लगा सकते है पूरे शहर की क्या स्थिति होगी".-अमित कुमार, स्थानीय
लोगों का घर से निकलना हुआ मुश्किल : शहर में जल जमाव के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों को हो रही है. इस बाबत जब नगर निगम के पदाधिकारियों और जन प्रतिनिधि से बात की गई तो बताया गया कि जल निकासी को लेकर सारी तैयारियां हो गई है. बस नगर निगम को वित्तीय प्रभार मिलने की देरी है.
"इस बाबत नगर निगम के उप मेयर गुड्डू हयात की मानें तो वित्तीय प्रभार की वजह से दिक्कत हो रही है. अभी तक वित्तीय प्रभार नगर निगम को नहीं मिला है. वैसे जल निकासी का काम हो रहा है. वित्तीय प्रभार मिलते ही नगर निगम क्षेत्र में काम शुरू हो जायेगा और जल जमाव को लेकर ब्लू प्रिंट तैयार है जिस पर काम किया जायेगा".-गुड्डू हयात, उप मेयर, नगर निगम