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Anand Mohan Release: समर्थकों ने लगाया पोस्टर, लिखा- 'सुस्वागतम शेर-ए-बिहार'

पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई हो गई है. उनकी रिहाई के बाद कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है. आनंद मोहन के संसदीय क्षेत्र से बड़ी संख्या में उनके समर्थक गुरुवार को उनके स्वागत में सहरसा पहुंचे. आनंद मोहन के समर्थकों ने मिठाई बांटकर जश्न मनाया.

आनंद मोहन के समर्थकों में खुशी
आनंद मोहन के समर्थकों में खुशी

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Published : Apr 27, 2023, 5:24 PM IST

आनंद मोहन के समर्थकों में खुशी

सहरसा: उम्रकैद की सजा काटने के बाद बाहुबली आनंद मोहन (Former MP Anand Mohan Release) गुरुवार तड़के सुबह सहरसा जेल से छुटकर बाहर आ गये हैं. पूर्व सांसद के बाहर आने से उनके समर्थकों में दबरदस्त उत्साह है. सहरसा के वीर कुंवर सिंह चौक पर आनंद मोहन के स्वागत में पोस्टर लगाया गया है.

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आनंद मोहन के स्वागत में लगाए गए पोस्टर: सहरसा के वीर कुंवर सिंह चौक पर पूर्व सांसद आनंद मोहन के स्वागत में समर्थकों की ओर से पोस्टर लगाया गया है. इस पोस्टर में आनंद मोहन को 'शेर-ए-बिहार' की संज्ञा दी गई है. पोस्टर में लिखा है, सुस्वागतम शेर-ए-बिहार'.

कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल: इधर, मधेपुरा में भी बाहुबली सांसद आनंद मोहन के रिहाई पर कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है. मधेपुरा फ्रेंड्स ऑफ आनंद के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है. कार्यकर्ताओं ने लड्डू बांटकर खुशियां मनाई.

डीएम की हत्या मामले मिली थी उम्रकैद की सजा: गौरतलब है कि, साल 1994 में गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी जी कृष्णैया की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी. बाहुबली आनंद मोहन पर भीड़ का नेतृत्व करने का आरोप है. कोर्ट ने इस मामले में आनंद मोहन को फांसी की सजा सुनाई थी, उस वक्त आनंद मोहन सांसद थे. बाद में साल 2007 में कोर्ट ने आनंद मोहन की फांसी की सजा को हाईकोर्ट ने उम्रकैद में बदल दी थी.

कानूनी प्रक्रिया के तहत हुई रिहाई: बिहार सरकार की ओर से जेल मैनुअल में बदलाव किए जाने के बाद कानूनू प्रक्रिया के तहत आनंद मोहन रिहा हो गये हैं. उनकी रिहाई को लेकर प्रदेश में सियासत गरमाई हुई है. आनंद मोहन की रिहाई का विरोध दिवंगत डीएम जी कृष्णैया की पत्नी और बेटी ने भी की है. आईएएस एसोशिएशन ने भी सरकार के इस फैसले का विरोध किया है. हालांकि, उनकी रिहाई कानूनी प्रक्रिया के तहत हुई है.

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