सहरसा: विधानसभा क्षेत्र में बागी उम्मीदवार भाजपा उम्मीदवार के लिये सिरदर्द साबित हो रहा है. मामला 75 सहरसा विधानसभा क्षेत्र का है. जहां भाजपा के पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं भाजपा ने पूर्व विधायक आलोक रंजन को अपना प्रत्याशी बनाया है.
दरअसल भाजपा नेता सह पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना ने टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से इस्तीफा देकर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल कर पार्टी के समीकरण को प्रभावित करने का प्रयास कर दिया है.
राजद प्रत्याशी से टक्कर
किशोर कुमार मुन्ना एनडीए के बजाय महागठबंधन उम्मीदवार से अपनी टक्कर बता रहे हैं. भाजपा प्रत्याशी आलोक रंजन ने राजद प्रत्याशी से टक्कर बता कर चुनावी संघर्ष को दिलचस्प बना दिया है. हालांकि इस बाबत बागी निर्दलीय उम्मीदवार किशोर कुमार मुन्ना ने स्पष्ट कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित होकर भाजपा में गये थे.
बीजेपी उम्मीदवार पर आरोप
नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार से वो प्रभावित थे और आज भी हैं. किशोर कुमार मुन्ना ने बीजेपी उम्मीदवार पर आरोप लगाते हुये कहा कि कुछ लोग भाजपा को कीड़े की तरह खा रहे हैं. वो चाहते हैं कि भाजपा खत्म हो जाये और उन्हीं के बदौलत टिकट ले लिया. पर वह लड़ाई में कहीं नहीं हैं. साथ ही उन्होंने स्पष्ट कहा कि आप जनता से जाकर पूछिए यदि कह दिया तो वो राजनीति से सन्यास ले लेंगे.
महागठबंधन के उम्मीदवार से लड़ाई
किशोर कुमार मुन्ना ने दावे के साथ कहा कि उनका जनता का प्रतिनिधि बनाम महागठबंधन के उम्मीदवार के बीच सीधी लड़ाई है और वोटकटवा कौन साबित होगा, यह तो समय बताएगा. लेकिन यह तय मानिये जो, लोग वोटकटवा कहते हैं, वो लड़ाई से आउट हैं.
क्या कहते हैं बीजेपी प्रत्याशी
भाजपा प्रत्याशी आलोक रंजन से जानना चाहा कि बागी उम्मीदवार उनके लिये कितना घातक होगा तो उन्होंने बागी उम्मीदवार को वोट कटवा बताते हुये कहा कि जनता जानती है कोई भी वोटकटवा को वोट देना नहीं चाहती है. उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ना उनका पेशा है. ऐसा कोई चुनाव नहीं जो, वो नहीं लड़ते और उनका काम लोगों को दिग्भ्रमित करने का नहीं है.
साथ ही उन्होंने आरोप लगाते हुये कहा कि उन्हें आरजेडी प्रत्याशी को ही जीताना था, तो साथ रहकर काम करना चाहिये. झूठे खड़ा होकर जिताने का जो काम कर रही है, उससे जनता को दिग्भ्रमित कर रहे हैं. इनसब से जनता ठगाने वाली नहीं है. जानता सब कुछ जान रही है. समझ रही है.