सहरसाः जिलाधिकारी कौशल कुमार ने सत्तरकटैया प्रखंड के सिहौल में बन रहे पावरग्रिड निर्माण कार्य का स्थल निरीक्षण किया. डीएम ने अधिकारियों और निर्माणकर्ता संवेदक एजेंसी के प्रतिनिधियों से कार्य प्रगति के संबंध में विस्तृत जानकारी ली. साथ ही उन्होंने अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए.
तीन एजेंसियां कर रही निर्माण
पावरग्रिड के महाप्रबंधक ने बताया कि तीन एजेंसियां पावरग्रिड स्टेशन के निर्माण का काम कर रही हैं. सिविल वर्क का काम मेसर्स गणपित कन्सट्रक्शन, पटना और मेसर्स राधा कन्सट्रक्शन, विलासपुर कर रही है. वहीं इलेक्ट्रिक वर्क का काम मेसर्स लवली कन्सट्रक्शन, पटना कर रही है. सिविल वर्क का काम कर रहे मेसर्स गणपित कन्सट्रक्शन ने बताया कि वर्तमान में उनकी एजेंसी कुशल और अकुशल 64 श्रमिकों के माध्यम से काम कर रही है. 11 फरवरी 2021 से 35 अतिरिक्त श्रमिकों को काम पर लगाया जाएगा.
पावरग्रिड निर्माण कार्य स्थल लगाए गए 84 टावर
मेसर्स राधा कन्सट्रक्शन, विलासपुर के प्रतिनिधि ने बताया कि वर्तमान में 70 श्रमिकों से काम लिया जा रहा है. 50 अतिरिक्त श्रमिक लगाकर काम समय पर पूरा कर लिया जाएगा. इलेक्ट्रीक वर्क का काम कर रहे मेसर्स लवली कन्सट्रक्शन के प्रतिनिधियों ने बताया कि उन लोगों ने 40 प्रतिशत काम कर लिया है. 84 टावर लगाया जाना था, जिसमें सभी टावर लगा दिये गये हैं.
लगाए जाएंगे 70 अतिरिक्त श्रमिक
मेसर्स लवली कन्सट्रक्शन के प्रतिनिधियों ने बताया कि सिविल वर्क का काम समय पर पूरा होने पर उनका काम भी पूरा हो जाएगा. उन्होंने बताया कि सभी निर्माण सामग्री उपलब्ध है और कुल 87 श्रमिकों को काम पर लगाया गया है. प्रतिनिधियों ने बताया कि 70 अतिरिक्त श्रमिक काम पर लगाया जाएगा.
पावरग्रिड निर्माण कार्य निरीक्षण करते DM 80 प्रतिशत पूरा हुआ सिविल वर्क
पावरग्रिड के महाप्रबंधक ने बताया कि ग्रिड में कुल 06 ट्रांसफॉर्मर लगाना है. इसके लिए प्लेटफार्म तैयार किये जा चुके हैं और ट्रांसफॉर्मर भी उपलब्ध हो गया है. उन्होंने कहा कि ट्रांसमिशन के लिए 211 टावर का निर्माण किया जाना है. इसमें से 190 टावर का निर्माण किया जा चुका है. शेष 21 टावर पानी रहने के कारण अभी निर्माण नहीं किया गया है. सिविल वर्क 80 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है.
ये भी पढ़ेःनीतीश के 93 फीसदी मंत्री करोड़पति, 64 % मंत्रियों पर दर्ज हैं आपराधिक मामले: ADR
सम्पूर्ण कोसी क्षेत्र को मिलेगी बिजली
डीएम ने अतिरिक्त श्रमिकों को लगाकर हर-हाल में 31 मार्च 2021 तक कम पूरा करने के निर्देश पावरग्रिड के अधिकारियों और निर्माण कर रही एजेंसियों को दिया. बता दें कि सहरसा जिले के साथ सम्पूर्ण कोसी क्षेत्र और आस-पास के जिलों को पावरग्रिड का निर्माण होने के बाद निर्बाध 24 घंटे विद्युत आपूर्ति का लाभ मिलेगा. यह काफी महत्वपूर्ण और महत्वाकांक्षी परियोजना है.