सहरसा:सहरसा सदर कहरा प्रखंड के दिवारी स्थान परिसर में दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना अंतर्गत जीविका के द्वारा रोजगार सह मार्गदर्शन मेला का आयोजन किया गया. इस मेला में आठवीं पास से लेकर ग्रेजुएशन किये अभ्यर्थी भी पहुंचे. बेरोजगार युवक और युवतियों ने इस रोजगार मेला में विभिन्न पदों के लिए आवेदन दिया.
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18 कंपनी रोजगार मेले में पहुंचीः इस रोजगार मेला में दीनदयाल उपाध्याय अंतर्गत जीविका की चार कंपनियां भी पहुंची थी. कुल 18 कंपनी इस रोजगार मेला में आयी थी. इस रोजगार मेला में कुल एक हजार से अधिक कैंडिडेट ने आवेदन दिया. जीविका के अधिकारी ने बताया कि कुल 18 कंपनी इस रोजगार मेला में आयी थी. मेला में एक हजार से अधिक कैंडिडेट पहुंचे थे.
क्या है दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजनाः दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना (डीडीयू-जीकेवाई) गरीब ग्रामीण युवाओं को नौकरियों में नियमित रूप से न्यूनतम मजदूरी के बराबर या उससे ऊपर मासिक मजदूरी प्रदान करने का लक्ष्य रखता है. यह ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देने के लिए की गई पहलों में से एक है. आजीविका गरीबी कम करने के लिए एक मिशन है जो राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) का एक हिस्सा है.इसकी संरचना प्रधानमंत्री के अभियान 'मेक इन इंडिया' के लिए एक प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में की गई है।
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डीडीयू-जीकेवाई के तहत स्किलिंग एवं प्लेसमेंटः
- अवसर पर समुदाय के भीतर जागरूकता का निर्माण
- गरीब ग्रामीण युवाओं की पहचान करना
- रुचि रखनेवाले ग्रामीण युवाओं को जुटाना
- युवाओं और माता-पिता की काउंसिलिंग
- योग्यता के आधार पर चयन
- रोजगार के अवसर को बढ़ाने के लिए ज्ञान, उद्योग से जुड़े कौशल और मनोदृष्टि प्रदान करना
- ऐसी नौकरियॉ प्रदान करना जिनका सत्यापन स्वतंत्र जांच करने के तरीकों से किया जा सके और जो न्यूनतम मजदूरी से ज्यादा भुगतान करती हों
- नियुक्ति के बाद कार्यरत व्यक्ति को स्थिरता के लिए सहायक