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सुशांत सिंह राजपूत के ममेरे भाई को गोली मारकर घायल करने वाला हथियार के साथ गिरफ्तार

सुशांत सिंह राजपूत के ममेरे भाई को गोली मारनेवाला पुलिस की गिरफ्त में है. 30 जनवरी को राज कुमार सिंह को गोली मारी गई थी. वे घायल हो गए थे. एसपी ने बताया, अपराधियों के पास से 9mm की एक पिस्टल, दो मैगजीन, चार कारतूस, एक चाकू, 6 मोबाइल बरामद किया गया है. पांच अपराधी गिरफ्तार हुए हैं.

प्रेस कॉन्फ्रेंस करती एसपी लिपि सिंह
प्रेस कॉन्फ्रेंस करती एसपी लिपि सिंह

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Published : Feb 15, 2021, 4:15 PM IST

Updated : Feb 15, 2021, 5:13 PM IST

सहरसा: सहरसा में 30 जनवरी को दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के ममेरे भाई राज कुमार सिंह को गोली मारने वाले अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी की गिरफ्तारी की एसपी लिपि सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी है. राज कुमार सिंह मधेपुरा में यामाहा शोरूम चलाते हैं. उनके एक कर्मी और उनको बैजनाथपुर चौक के समीप बाइक सवार अपराधियों ने गोली मार कर घायल कर दिया था. मामले का सहरसा पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है.

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पांच अपराधियों को किया गया है गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि इस मामले में पुलिस ने कुल पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 9mm की एक पिस्टल, दो मैगजीन, चार कारतूस, एक चाकू, 6 मोबाइल बरामद किया गया है. एसपी लिपि सिंह की मानें तो ये घटना जमीनी विवाद में कॉन्ट्रेक्ट किलिंग से जुड़ा है. पांच लाख रुपए में सौदा तय किया गया था. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ित यामाहा शोरूम मालिक राजकुमार सिंह के छोटे भाई अनुज सिंह और शहर के व्यवसाई उमेश दहलान के बीच पूर्व से जमीनी विवाद चला आ रहा था.

हथियार व अन्य सामान बरामद

पांच लाख रुपए की दी थी सुपारी
जमीनी विवाद को लेकर विक्की चौबे नामक अपराधी को उमेश दहलान ने अनुज सिंह की हत्या करवाने की नियत से 5 लाख की सुपारी दी थी. अपराधियों ने भी अनुज सिंह के बड़े भाई राजकुमार सिंह को अनुज सिंह समझकर उसपर गोली चलाई थी. जबकि गोली अनुज के बड़े भाई राजकुमार सिंह और उनके स्टाफ मोहम्मद अमीर हसन को लगी थी. जिसमें वो जख्मी हुए थे. अपराधियों ने ये समझा था कि अनुज सिंह की गोली से मौत हो गयी. और सभी अपराधी फरार हो गए थे.

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विशेष टीम का किया गया था गठन
घटना के बाद से ही एसपी लिपि सिंह के द्वारा एसआईटी गठित कर टेक्निकल आधार एवं सीसीटीवी फुटेज को जब खंगाला गया, तो उसमें संदिग्ध लोगों को चिन्हित किया गया. उनके फोन के लोकेशन के आधार पर सूचना मिली कि सदर थाना क्षेत्र के तिवारी टोला स्थित कांड से जुड़े लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है. पुलिस के द्वारा छापेमारी की गई, तो वहां से विक्की चौबे सहित पांच अपराधी को गिरफ्तार करने में पुलिस कामयाब रही. गिरफ्तार सभी अपराधियों का पूर्व से आपराधिक इतिहास रहा है.

Last Updated : Feb 15, 2021, 5:13 PM IST

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