सहरसा:बिहार के सहरसा में ग्रामीण इलाके में बीपीएल कार्ड धारी और आवास विहीन लोगों को छतदार घर मुहैया कराने के लिए सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना चलाई जा रही है. सहरसा में प्रधानमंत्री आवास योजना में धांधली हो रही है. जहां ग्रामीण इलाकों में लाभुकों को पीएम आवास योजना (PM Awas Yojana) का लाभ मिल जाने का सिर्फ भरोसा ही दिया जाता है. वहीं, उनके नाम से निर्गत राशि को किसी अन्य व्यक्ति के खाते में भेज कर आवास योजना का लाभ मिल जाने के सरकारी दस्तावेज बना दिए जाते हैं.
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वहीं, उक्त राशि को बिचौलिया द्वारा निकालकर आपस में बंदर बांट कर लिया जाता है. जबकि पीड़ित को उक्त लाभ की राशि से एक भी रुपए नहीं मिल पाता है. ऐसा ही मामला जिले के दो प्रखंड क्षेत्रों में देखने को मिला है. महिषी प्रखंड के राजनपुर गांव के डोमी ठाकुर की पत्नी रीता देवी के नाम से धांधली हुई है. जिले के महिषी प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत राजनपुर पंचायत के रकठी गांव, वार्ड नंबर 2 निवासी डोमी ठाकुर की पत्नी रीता देवी को भी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 1 लाख 20 हजार रुपए की राशि निर्गत की गई थी, लेकिन उनके बैंक खाते में एक रुपए भी नहीं आया. फिर उक्त राशि आखिर किसके बैंक खाते में गई, इसकी जांच करवाई गई, जिसके बाद चौकाने वाला मामला सामने आया.
सरकारी दस्तावेजों के अनुसार उन्हें राशि भेज दी गई है. राशि बैंक खाते में भेजी गई थी. उक्त राशि बैंक से निकासी भी कर ली गई, लेकिन डीआरडीए जवाहर विकास भवन स्थित सामाजिक अंकेक्षण सोसायटी के जिला संसाधन सेवी सदानंद यादव और उनकी टीम ने जब उक्त मामले की जांच की गई तो पीड़ित रीता देवी के खाते में कोई रकम नहीं जाने की बात संज्ञान में आई. जिसके बाद सरकार द्वारा भेजे गए 1 लाख 20 हजार रुपए राशि की जांच जब बैंक से की गई तो वह राशि मैना स्थित बैंक में निर्गत होना दिखा, जिसका खातेदार राजनपुर गांव के विद्यानंद शर्मा थे. मतलब साफ है कि डोमी ठाकुर की पत्नी रीता देवी के नाम पर निर्गत 1 लाख 20 हजार की राशि फर्जी खाते में डाल कर उसकी निकासी सुनिश्चित कर ली गई है. पीड़ित को कोई लाभ नहीं मिला है.