बिहार

bihar

ETV Bharat / state

Rohtas News : इलाज के दौरान महिला की मौत, परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा.. गलत ग्रुप का खून चढ़ाने का आरोप

रोहतास में एक निजी अस्पताल में महिला को गलत ग्रुप का खून चढ़ा दिया गया. इस कारण उसकी मौत हो गई. दरअसल, महिला का इलाज एक निजी अस्पताल में कराया गया था. वहीं उसे गलत खून चढ़ाया गया था, इस बात का पता एनएमसीएच में चला. इसके बाद परिजनों ने निजी अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की. पढ़ें पूरी खबर..

Etv Bharat
Etv Bharat

By

Published : Jun 24, 2023, 8:07 PM IST

Updated : Jun 24, 2023, 8:36 PM IST

रोहतास : बिहार के रोहतास में एक निजी क्लीनिक के डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की मौत का मामला सामने आया है. इसके बाद आक्रोशित परिजनों ने शव सड़क पर रख घण्टों जाम कर दिया. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह जाम को हटवाया, लेकिन मरीज के परिजन मुआवजे की मांग को लेकर अस्पताल परिसर में ही शव के साथ डटे रहे. घटना डेहरी इलाके के तार बंगला की है.

ये भी पढ़ें :रोहतास: डॉक्टरों की लापरवाही से महिला की मौत, अस्पताल सील

परिजनों ने जमकर किया हंगामा : बताया जाता है कि डेहरी नगर थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में शनिवार को मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा और तोड़-फोड़ किया. मरीज के परिजन महिला को गलत ग्रुप का खून चढ़ाने से मौत का आरोप लगा रहे थे. मिली जानकारी के अनुसार डेहरी के वार्ड नंबर 35 बाबूगंज के राजकुमार गुप्ता की पत्नी कंचन देवी (38) को इलाज के लिए मंगलवार को निजी अस्पताल ले जाया गया था. वहां उसे तीन बोतल खून चढ़ाया गया. इसके बाद महिला की हालत खराब हो गई. तब उसे गुरुवार को रेफर कर दिया गया.

गलत ग्रुप का खून चढ़ाने का मामला: रेफर होने के बाद महिला को एनएमसीएच जमुहार ले जाया गया. वहां जांच में गलत ग्रुप का खून चढ़ाने की बात सामने आई. शुक्रवार को हालत में सुधार नहीं होने पर बनारस रेफर कर दिया गया. बनारस ले जाने के क्रम में देर रात महिला की मौत हो गई. इसके बाद शनिवार को लौटे परिजनों ने डेहरी के निजी अस्पताल के सामने सड़क जाम कर दिया और अस्पताल में भी जमकर हंगामा किया. परिजनों के अनुसार मृत महिला ब्लड ग्रुप एबी पॉजिटिव था और उसे बी पॉजिटिव चढ़ाया गया.

अस्पताल प्रशान के मुआवजा देने पर माने परिजन : स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से घण्टों तक अस्पताल में परिजनों को मनाने की कोशिश की गई. जब अस्पताल प्रबंधन की ओर से 1 लाख रुपया कैश और चार लाख रुपये का चेक भुगतान किया गया. तब परिजन शव को अपने साथ ले जाने पर राजी हुए. वहीं परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया और अंतिम संस्कार कर दिया. इस बीच पुलिस तमाशबीन बनी रही. वहीं अस्पताल के डॉ बीरेंद्र सामने नहीं आए.

Last Updated : Jun 24, 2023, 8:36 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details